कोरबा कोरबा जिले की दीपका निवासी भुवनेश्वरी जायसवाल को राष्ट्रीय शिक्षक संचेतना में अहम पद का दायित्व सौंपा गया है। उन्हें संगठन में प्रदेश सचिव के रूप में नियुक्त किया गया है। अपने कार्यों और जनसेवा के साथ शिक्षा में उत्कृष्ट कार्यों का निर्वहन कर उन्होंने यह पदवी हासिल की है।
भुवनेश्वरी जायसवाल पिछले अनेक वर्षों से सुशिक्षित समाज की परिकल्पना को साकार करने प्रयासरत हैं। उन्होंने कहा कि एक शिक्षक का यही दायित्व होता है कि वह केवल अपने विद्यार्थी को ही नहीं बल्कि उससे जुड़े प्रत्येक व्यक्ति को शिक्षा से जोड़ने का प्रयास करे। तभी एक पूरी पीढ़ी को सुशिक्षा की राह पर ले जाया जा सकता है। शिक्षा अर्थ केवल पुस्तकीय ज्ञान से नहीं बल्कि अपने परिवार व समाज से मिले संस्कारों, संस्कृतियों और सामाजिक सरोकार से संबंधित प्रत्येक विषय को समझकर जीवन में धारण करने से है। तभी हम अपने भविष्य को उज्ज्वल बनाने आज से मजबूत नींव तैयार करने सफल हो सकेंगे। उनके इन्हीं कार्यों और विकासशील विचारों को ध्यान में रखते हुए उन्हें राष्ट्रीय शिक्षक संचेतना के प्रदेश सचिव नियुक्त की गई हैं। संस्था के राष्ट्रीय अध्यक्ष ब्रजकिशोर शर्मा, महा सचिव प्रभु चौधरी व प्रदेश अध्यक्ष पूर्णिमा कौशिक ने खुशी जाहिर करते हुए भुवनेश्वरी जायसवाल को संस्था के हित में उत्कृष्ट कार्य करने हेतु प्रोत्साहित किया है।