नई दिल्ली । पीएनबी घोटाले के आरोपी हीरा कारोबारी मेहुल चोकसी के नई दिल्ली प्रत्यर्पण को लेकर वरिष्ठ वकील हरीश साल्वे डॉमिनिका की अदालत में भारत का पक्ष रख सकते हैं। साल्वे मौजूदा समय में ब्रिटेन की महारानी एलिजाबेथ के कानूनी सलाहकार हैं। वह कुलभूषण जाधव मामले में अंतरराष्ट्रीय न्याय न्यायालय (आईसीजे) में भारत का सफल प्रतिनिधित्व कर चुके हैं। भारत सरकार अब चोकसी को वापस लाने के लिए भी उनसे राय-मशविरा कर रही है। साल्वे ने जारी एक बयान में कहा, ‘डॉमिनिका की अदालत में मेहुल चोकसी के प्रत्यर्पण मामले की सुनवाई में क्या कदम उठाने हैं, इसे लेकर मैं भारत सरकार का मार्ग-दर्शन कर रहा हूं। अगर भारत को सुनवाई का मौका दिया जाता है और डॉमिनिका के अटॉर्नी जनरल वहां की अदालत में मेरे प्रवेश के लिए सहमत होते हैं तो मैं मामले में भारत का प्रतिनिधित्व करूंगा।’ वरिष्ठ वकील ने स्पष्ट किया कि भारत सरकार डॉमिनिका की अदालत में कोई पक्षकार नहीं है। वह सिर्फ डॉमिनिका प्रशासन की मदद कर रही है। मेहुल चोकसी 13500 करोड़ रुपये से अधिक के पीएनबी घोटाले के उजागर होने से काफी पहले जनवरी 2018 में भारत से फरार हो गया था। इससे पहले, 2017 में उसने एंटीगुआ और बारबूडा की नागरिकता ले ली थी। बीते 23 मई को वह एंटीगुआ से रहस्यमयी परिस्थितियों में गायब हो गया था। बाद में उसे पड़ोसी मुल्क डॉमिनिका में गिरफ्तार किया गया था। भारत चोकसी को डॉमिनिका से सीधे नई दिल्ली लाने की कोशिशों में जुटा है। बहरहाल, डॉमिनिका की मजिस्ट्रेट अदालत से बेल नहीं मिलने के बाद चोकसी ने वहां के उच्च न्यायालय में जमानत याचिका दाखिल की है।