लंदन । वेस्टइंडीज के अपने जमाने के दिग्गज तेज गेंदबाज माइकल होल्डिंग का मानना है, कि नस्लवाद का पूरी तरह से सफाया असंभव है। उन्होंने कहा कि नस्ली भेदभाव के खिलाफ समर्थन जताने के लिए एक घुटने के बल बैठने का भाव प्रदर्शन औपचारिक नहीं होना चाहिए। होल्डिंग ने इंग्लैंड के पूर्व कप्तान नासिर हुसैन और महिला अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी इबोनी रेनफोर्ड ब्रेंट से पैनल चर्चा में कहा, नस्लवाद हमेशा रहेगा, नस्लवादी हमेशा रहने वाले हैं, नस्लवाद से पूरी तरह से छुटकारा पाना यह कहने जैसा होगा जैसा कि आप अपराध से पूरी तरह निजात पाने जा रहे हो। यह असंभव है।” उन्होंने कहा, ”आपके समाज में जितने कम अपराध होंगे, आपके समाज में नस्लवाद की जितनी कम घटनाएं होंगी दुनिया उतनी ही बेहतर होगी।”
होल्डिंग ने कहा कि घुटने के बल बैठने का भाव प्रदर्शन औपचारिक नहीं बल्कि वास्तविक होना चाहिए, लेकिन वह लोगों को यह बताने में विश्वास नहीं करते कि उनका पसंद क्या होनी चाहिए। उन्होंने कहा, ”मैं लोगों का यह नहीं कहने जा रहा हूं कि उन्हें हर हाल में घुटने के बल बैठना चाहिए। मैं यहां लोगों को यह कहने के लिये नहीं आया हूं कि उन्हें क्या करना चाहिए। मैं नहीं चाहता कि लोग औप चारिकतावश ऐसा करें। ” अब ब्रि टेन में रह रहे इस पूर्व कैरेबियाई दिग्गज ने कहा कि अश्वेत लोग अपने जीवन में किन चुनौतियों का सामना करते हैं इसे हर कोई नहीं समझ सकता है। उन्होंने कहा, ”लोग यह नहीं समझते कि अपनी पूरी जिंदगी में इस तरह के दबाव में जीना कैसा होता है।