धरमजयगढ़। प्रतिवर्ष हमारे देश में 2 अक्टूबर महात्मा गांधी जयंती से 8 अक्टूबर तक वन्य जीव संरक्षण सप्ताह मनाया जाता है। इसका उद्देश्य लोगों में वन्यजीवों के संरक्षण के प्रति जागरूकता बढ़ाना है। इस वर्ष 2 अक्टूबर से स्वच्छता सप्ताह की शुरुआत भी की जाएगी। यह कार्यक्रम वन विभाग के तत्वाधान में धर्मजयगढ़ में मनाया जाएगा। इस संबंध में वन मंडल अधिकारी श्रीमती प्रियंका पांडे ने बताया कि इसका मुख्य उद्देश प्रत्येक वन्य प्राणी पशु पक्षियों और पौधों जंगलों को पूर्ण रूप से सुरक्षा प्रदान किया जाए। सरकार ने इस अधिनियम के तहत सभी जंगली जानवरों, पक्षियों आदि की शिकार पर रोक लगाई है। सरकार द्वारा लगाए गए प्रतिबंध के उल्लंघन पर दंडात्मक कार्यवाही का प्रावधान भी रखा गया है। प्रकृति के अनुसार मानव पर्यावरण और वन्य जीव किसी न किसी रूप से एक दूसरे से जुड़े हैं। पर्यावरण साफ-सुथरा रहेगा तो मानव भी स्वस्थ एवं स्वच्छ रहेगा। श्रीमती पांडेय ने बताया कि 2 अक्टूबर को सिंगल युज प्लास्टिक का बहिष्कार भी किया जाएगा और स्वच्छता अभियान चलाया जाएगा। प्लास्टिक भी हमारे वन्यजीवों के लिए घातक है जिस प्रकार गाय बैल प्लास्टिक खा लेते हैं और पेट में फंस जाने से पाचन क्रिया बंद हो जाती है और वह मर जाते हैं। ठीक इसी प्रकार वन्य प्राणियों के लिए भी प्लास्टिक खतरा है 3 तारीख से वन्य प्राणी से संबंधित वाइल्डलाइफ का फिल्म प्रत्येक स्कूल में दिखाया जाएगा। ताकि वन्य जीव संरक्षण के प्रति उनमें जागरूकता लाया जा सके। वन मंडल अधिकारी ने कहा कि मेरा प्रयास रहेगा कि इस पिक्चर का प्रदर्शन शहर के सभी स्कूलों में हो। दशहरा दीपावली की छुट्टी को देखते हुए स्कूली छात्रों से संबंधित कार्यक्रम का समापन शनिवार 5 अक्टूबर को वन्य प्राणी संरक्षण से संबंधित चित्रकला निबंध एवं प्रश्नोत्तरी कार्यक्रम का आयोजन काष्ठागार डिपो धरमजयगढ़ में आयोजित किया गया है। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि आदिवासी विकास प्राधिकरण मध्य क्षेत्र के अध्यक्ष लालजीत सिंह राठिया होंगे। इसी दिन सभी गणमान्य नागरिकों, शिक्षकों पर पर्यावरण विदों कार्यकर्ताओं को भी आमंत्रित किया जाएगा।