धरमजयगढ़। छत्तीसगढ़ में लगातार पत्रकारों पर हो रहे अत्याचार के खिलाफ पूरे छत्तीसगढ़ के पत्रकार राजधानी के बूढ़ातालाब में 28 सितंबर से लगातार अपनी मांगों को लेकर धरना प्रदर्शन कर रहे हैं। पत्रकार सुरक्षा कानून को लेकर चल रहे धरना प्रदर्शन में रायगढ़ जिले से कई पत्रकार शामिल हुए हैं। रायगढ़ जिले के धरमजयगढ़ से जोहार छत्तीसगढ़ के संपादक नारायण बाईन, लैलूंगा से जोहार छत्तीसगढ़ के उपसंपादक अशोक भगत, पत्रिका के रामकृष्ण पाठक, अनिल साहू, रोशन साव ने भी रायपुर में चल रहे आन्दोलन में शामिल होकर पत्रकार कानून लागू करने की मांग की है। भाजपा सरकार के समय जिस तरह से पत्रकारों पर फर्जी मामले दर्ज हो रहे थे उसी तरह वर्तमान सरकार में भी पत्रकारों के खिलाफ फर्जी मामले बनाये जा रहे हैं। विधानसभा चुनाव के समय कांग्रेस ने पत्रकारों से वायदा किया था, कि अगर प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनती है, तो 100 दिन के भीतर पत्रकारों कि लंबित मांग पत्रकार सुरक्षा कानून को लागू कर दिया जाएगा। लेकिन प्रदेश में कांग्रेस सरकार को 10 माह हो जाने के बाद भी सरकार ने पत्रकारों की मांग पर कोई ध्यान नहीं दिया है। जिस कारण पत्रकारों को सरकार के खिलाफ आंदोलन करना पड़ रहा है। चार दिन से चल रहे इस आंदोलन को सफल बनाने के लिए छत्तीसगढ़ के ग्रामीण क्षेत्र के पत्रकारों ने बूढ़ातालाब में धरना प्रदर्शन कर रहे हैं।