जोहार छत्तीसगढ़-धरमजयगढ़।
धरमजयगढ़ थाना क्षेत्र के भालूपखना गांव में निर्माणाधीन लघु जल विद्युत परियोजना में नियम कानून की धाज्जियां उड़ते हुए कार्य किया जा रहा है। भालूपखना गांव में धनवादा कंपनी द्वारा जल विद्युत परियोजना स्थापित करने का काम तेज गति से संचालित है। धनवाद कंपनी द्वारा शासन के नियम कानून की पूरी तरह से धज्जियां उड़ाते हुए निर्माण कार्य कर रहे हैं और स्थानीय प्रशासन मौन धारण कर बैंठे हैं? शासन-प्रशासन मौन धारण बैंठने के कारण धनवादा कंपनी वाले ग्रामीणों के जान के साथ खिलवाड़ करते हुए ब्लॉस्टिंग कर रहे हैं। इसकी खबर धरमजयगढ़ के एक-एक अधिकारी को होने के बाद भी कार्यवाही के नाम पर जीरो बटा शन्नाटा है। नियम कानून की धज्जियां उड़ाने वाले कंपनी पर कार्यवाही क्यों नहीं किया जा रहा है पूछने पर एक अधिकारी ने नाम न उजागर होने के शर्ते पर बताया कि बड़े अधिकारियों का फरमान है काम बंद नहीं होना चाहिए। अब आप सोच सकते हैं कि ग्रामीणों की उचित मांग पर क्या कार्यवाही होगा?
अधिकारी बंद काम को चालू करवाने जाते हैं पर नहीं दिखता कंपनी वालों की अनियमितता
मजेदार बात है कि कुछ दिन पूर्व ग्रामीणों द्वारा जल विद्युत परियोजना का काम बंद करवा दिया गया था, ग्रामीणों द्वारा काम बंद करवा देने से स्थानीय प्रशासन से लेकर जिला प्रशासन तक घमाशान मच गया था, कई प्रकार का नाटीय तरीके से थाने में कार्यवाही के लिए अधिकारी से लेकर सरपंच पति के खिलाफ आवेदन दिया गया था। तो वहीं एसडीएम, तहसीलदार एवं थाना प्रभारी भालूपखना गांव जाकर ग्रामीणों को समझाईश देते हुए ग्रामीणों को कंपनी का काम में दखल बाजी ना करने एवं काम चालू रहने देने की बात कहते हुए स्थानीय प्रशासन ने बंद काम को चालू करवाया। लेकिन धरमजयगढ़ के अधिकारी-कर्मचारियों को धनवादा कंपनी द्वारा नियम कानून की धज्जियां उड़ाते हुए ब्लास्टिंग करने की जानकारी होने के बाद भी इन अधिकारी-कर्मचारी मौन धारण कर चले आये। जबकि नियम तो यह कहता है कि जिस तरह अधिकारी ग्रामीणों को कड़ाई से समझाईश दिया गया कि काम किसी भी हालत में बंद नहीं होना चाहिए ठीक उसी तरीके से अधिकारियों को धनवाद कंपनी वालों को फटकार मारते हुए साफ शब्दों में बोल देना था कि निर्माण क्षेत्र में किसी भी प्रकार की कोई अनियमितता बर्दाश नहीं किया जायेगा। लेकिन ऐसा न करके अधिकारी-कर्मचारी साबित कर दिया है कि ये लोग ग्रामीणों के साथ नहीं कंपनी वालों के साथ है?
वन विभाग के अधिकारियों के चुप्पी पर उठ रहे सवाल
बिना अनुमति के वन भूमि पर किसी भी प्रकार का कोई निर्माण कार्य नहीं किया जाता है लेकिन धरमजयगढ़ में वन भूमि पर निर्माण करना आम बात हो गया है, जब चाहे कोई भी कंपनी वाले निर्माण कार्य बिना अनुमति के शुरू कर दिया जाता है, धनवादा कंपनी ने भी यही किया भालूपखना गांव में वन भूमि पर वन विभाग के बिना अनुमति के निर्माण कार्य शुरू कर दिया गया, समाचार पत्रों में इसकी खबर खुब प्रकाशित हुआ लेकिन वन विभाग के अधिकारी-कर्मचारी धनवादा कंपनी पर कोई कार्यवाही नहीं किया जिसका नतीजा है कि वन भूमि पर निर्माण पूरा कर लिया धनवादा कंपनी ने।