जोहार छत्तीसगढ़-बेमेतरा।
साजा तहसील कार्यालय में एंटी करप्शन ब्यूरो (एसीबी) की बड़ी कार्रवाई करते हुए एसडीएम कार्यालय में रेड डाली। इस कार्रवाई के बाद पूरे कार्यालय में हड़कंप मच गया है और इलाके में अफरा-तफरी का माहौल बना हुआ है। खबरों के अनुसार, एसीबी अधिकारियों ने एसडीएम कार्यालय के बंद कमरे में तलाशी ली और जांच शुरू की है। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, यह रेड भूमि डायवर्सन के नाम पर रिश्वत लेने की शिकायत के आधार पर की गई है। एसडीएम कार्यालय के उच्चाधिकारियों पर आरोप है कि वे भूमि डायवर्सन के मामलों में मामलों को निपटाने के एवज में पैसे की मांग कर रहे थे। लंबे समय से ये आरोप सामने आ रहे थे, और यह मामला चर्चा का विषय बना हुआ था। एसीबी ने मीडिया से दूरी बनाए रखते हुए पूरी कार्रवाई को गुप्त रखा है। इस समय, साजा एसडीएम कार्यालय में बंद कमरे में जांच चल रही है, और एसीबी का कहना है कि कार्रवाई पूरी होने के बाद वे जानकारी देंगे। साजा एसडीएम लंबे समय से चर्चा में थे और यह पहली बार नहीं है कि उनके खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोप लगे हैं। ऐसे में अब एसीबी की कार्रवाई ने सबकी नजरें इस मामले पर और भी तेज कर दी हैं। अब सभी की नजरें इस बात पर टिकी हैं कि आखिरकार इस मामले में क्या नए खुलासे होंगे और संबंधित अधिकारी पर किस प्रकार की कार्रवाई की जाती है। बेमेतरा जिले में भूमि डायवर्सन के मामलों में रिश्वतखोरी की शिकायतें पहले भी सामने आ चुकी हैं, और कई बार स्थानीय लोगों ने एसडीएम कार्यालय के अधिकारियों पर आरोप लगाए हैं। एसीबी की इस जांच को लेकर अब यह सवाल उठने लगे हैं कि क्या यह कार्रवाई सचमुच भ्रष्टाचार के खिलाफ एक बड़ी मुहिम का हिस्सा है या फिर महज एक प्रतीकात्मक कदम एसीबी ने अभी तक कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया है, लेकिन सूत्रों का कहना है कि जांच के बाद ही सजा या किसी कार्रवाई के बारे में निर्णय लिया जाएगा। इस मामले की जांच जारी है और आगे चलकर इससे जुड़ी और जानकारी सामने आ सकती है।