बाकारूमा-जोहार छत्तीसगढ़।
रायगढ़ जिले के धरमजयगढ़ विकासखण्ड के ग्राम पंचायत धौराभाठा बरपाली में मनरेगा के तहत कराए जाने वाले विकासात्मक कार्यों में धांधली जारी है। इन दिनों धरमजयगढ़ विकासखण्ड के ग्राम पंचायत धौराभाठा बरपाली में मनरेगा कार्य में कानून की जमकर धज्जियां उड़ रही है। कार्यों की जांच अधिकारी नहीं कर सके, इसको लेकर पंचायत के जनप्रतिनिधि रात के अंधेरों व दिन के उजालों में भी काम करा रहे हैं। धरमजयगढ़ विकासखण्ड के कई ग्राम पंचायतों में तालाब, कुआं, गोठान सीपीटी गड्ढो सहित अन्य कार्यों को जेसीबी मशीन लगाकर अंजाम दिया जा रहा है। ताजा मामला धरमजयगढ़ विकासखंड के ग्राम पंचायत धौराभाठा बरपाली गांव का है। यहां कुछ दिन पहले गांव के मुहाने पर स्थित सरना के पास तालाब का निर्माण कराया जा रहा था। पंचायत रोजगार सचिव की देखरेख में जेसीबी मशीन लगाकर कार्य कराया गया हैं। हालांकि जेसीबी द्वारा काम कराए जाने को लेकर ग्रामीणों में खासा आक्रोश है। लेकिन जनप्रतिनिधि व कर्मचारी ही प्रशासनिक अधिकारियों की आंखों में धूल झोंकने को आमादा है और अपने कारनामों को अंजाम दे रहे है।
ग्रामीण मजदूर आर्थिक स्थिति तंगहाल
आपको बता दे कि कोरोना वायरस की महामारी को लेकर एक तरफ गरीब मजदूरों की आर्थिक स्थिति तंगहाल हो चुकी हैं और लोग रोजी-रोजगार की जुगाड़ में लगे हैं। ऐसे में मनरेगा योजना के तहत जॉब कार्ड होल्डर्स को स्थानीय स्तर पर रोजगार देने की कवायद भी कुंद पड़ गयी है। हालांकि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मनरेगा मजदूरों को हर हाल में काम देने का वादा किया था। लेकिन धरातल पर यह सिर्फ दिखावा ही साबित हो रहा है। मजदूर तबके के लोगों और जॉब कार्ड होल्डर को काफ ी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। धौराभाठा बरपाली के लोगों ने जिला सीईओ को शिकायत कर ऐसी धांधली वाले कार्यों में कड़ी कार्रवाई की मांग की है।