जोहार छत्तीसगढ़-धरमजयगढ़।
बुढ़ापे का सहारा यानी की सामाजिक सुरक्षा पेंशन के भरोसे ग्रामीण क्षेत्रों के बुजुर्ग महिलाओं सहित पुरूषो की दिनचर्या चलती है। जिससे उनके तमाम छोटे बड़े खर्चे चलते हैं। लेकिन ग्राम पंचायत बालकपोड़ी गांव में 60 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों को सरकार की यह सुविधा नहीं मिल पा रही है। इस ग्राम पंचायत के आश्रित ग्राम आमाडोल की एक बुजुर्ग महिला ने मीडिया के माध्यम से गुहार लगाई है कि। उसे सरकार की इस महती योजना के लाभ से पंचायत के सरपंच सचिव दूर रख रहे हैं। बुजुर्ग महिला ने बताया कि ग्राम सभा के अलावा सरपंच के घर में जाकर भी कई बार इस संबंध में आवेदन दिया गया किन्तु पंचायत के जनप्रतिनिधि सहित सचिव अपने नाते रिश्तेदारों को इस योजना का लाभ दिला रहे हैं। ऐसे में गांव के बुजर्गों को दैनिक दिनचर्या के कई आवश्यक वस्तुओं की पूर्ति नहीं हो पाती है स्थिति तो कई बार ऐसी होती है कि छोटी मोटी वस्तुओं के लिए इन बुजर्गो को ललियाना तक पड़ जाता है। ऐसे में इस गांव के बुजुर्गों का बुढ़ापे का सहारा तक छीना जा रहा है।