नई दिल्ली। 26 जून को जम्मू-कश्मीर के अर्निया सेक्टर में ड्रोन देखे जाने के बाद ड्रोन के दखल कीघटनाएं काफी बढ़ गई हैं। भारतीय क्षेत्र में ऐसी घटनाओं के बाद पाकिस्तान के इस्लामाबाद में स्थित भारतीय उच्चायोग में ड्रोन देखा गया है। जिस पर भारत ने कड़ा विरोध जताया। भारत ने इसे सुरक्षा उल्लंघन बताया है।
केंद्रीय सुरक्षा एजेंसियों द्वारा संकलित किए गए और सरकार के साथ साझा किए गए आंकड़ों में कहा कि बीएसएफ और अन्य पुलिस इकाइयों ने पांच अगस्त 2019 से 300 से अधिक ऐसी घटनाएं दर्ज कीं। गौरतलब है कि पांच अगस्त को अनुच्छेद 370 के अधिकांश प्रावधानों को रद्द कर दिया गया था और पूर्ववर्ती राज्य जम्मू कश्मीर को दो केंद्र शासित प्रदेशों- जम्मू कश्मीर और लद्दाख के रूप में विभाजित कर दिया गया था। आंकड़ों के मुताबिक पश्चिमी सीमा (मुख्य रूप से जम्मू और पंजाब) पर 2019 में 167, पिछले साल 77 और इस साल अब तक करीब 66 बार ड्रोन देखे गये हैं।