नई दिल्ली । यूनियन बैंक ऑफ इंडिया को करोड़ों रुपए का चूना लगा है। केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने इस मामले में एक निजी कंपनी और इसके निदेशकों के खिलाफ केस दर्ज किया है। बताया जा रहा है कि यूबीआई को करीब 134.43 करोड़ रुपए का चूना लगाया गया है। जानकारी के मुताबिक सीबीआई ने गुजरात के गांधीधाम में स्थित जुड़े लोगों (जिसमें कंपनी के सभी निदेशक और अज्ञात कर्मचारी शामिल हैं) के खिलाफ केस दर्ज किया है। इन सभी पर यूनियन बैंक को 134.43 करोड़ रुपए का नुकसान पहुंचाने का आरोप लगा है। इस सिलसिले में सीबीआई की टीम ने मुंबई में कई जगहों पर छापेमारी भी की है। कुछ मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक इस मामले में जो एफआईआर दर्ज कराई गई है उसमें कहा गया है कि कंपनी और अधिकारियों ने बैंक से करोड़ों रुपए का लोन लिया था। इस लोन का इस्तेमाल गलत फायदे के लिए किया गया। एफआईआर दर्ज करने के बाद सीबीआई की एक टीम ने शुक्रवार की सुबह कंपनी और उसके मालिकों के 6 अलग-अलग ठिकानों पर मुंबई में एक साथ छापेमारी की है। कहा जा रहा है कि इस छापेमारी में सीबीआई को कई अहम दस्तावेज भी हाथ लगे हैं। हालांकि, अभी इन दस्तावेजों को लेकर कोई पुष्ट जानकारी सामने नहीं आ पाई है। बहरहाल अब इस मामले में सीबीआई की टीम आगे गहन जांच-पड़ताल कर रही है। यूनियन बैंक ऑफ इंडिया की तरफ से शिकायत मिलने के बाद सीबीआई ने यह कार्रवाई की है। आरोप है कि निजी कंपनी ने अपने निदेशक एवं जमानतदारों के माध्यम से बैंक धनराशि का गबन किया और अनुचित लाभ प्राप्त करने के लिए धनराशि को इधर से उधर उन कामों के लिए इस्तेमाल किया, जिनके लिए लोन लिया ही नहीं गया था। यह भी आरोप है कि कंपनी का इरादा, ऋण मंजूरी आदेशों के नियम व शर्तों के उल्लंघन में अन्य बैंकिंग चैनलों के माध्यम से धनराशि को इस तरह अन्य जगहों पर भेज कर बैंक को धोखा देने का था। कहा जा रहा है कि जल्दी ही सीबीआई इस मामले में कंपनी से जुड़े लोगों को पूछताछ के लिए भी बुला सकती है।