बिलासपुर । करीब डेढ़ महीने बाद निगम प्रशासन ने जब संगठित बाजारों को आड-ईवन फार्मूले पर खोलने प्रस्ताव रखा तो व्यापारियों ने एकजुट विरोध कर दिया। मांग रखी कि ऐसा चोचला नही खोलना है तो पूरा खोलिए नही तो गेट पर ताला लगा पूरा कारोबार बंद ही रखेंगे। हलाकान अफसरो ने कलेक्टर को अवगत कराया माथापच्ची के बाद प्रशासन को फार्मूले को दरकिनार कर रात 11 बजे सभी दुकानों को शाम 5 बजे खोलने का फरमान जारी करना पड़ा और दूसरे दिन मंगलवार को करीब डेढ़ महीने बाद पूरा मार्केट खुल गया।
कलेक्टर डॉ सारांश मित्तर ने कोरोना और इससे होबरहि मौतों की रफ्तार धीमी होने पर कारोबारियों और जनसामान्य की सुविधा को देखते हुए मंगलवार से आड़-ईवन फार्मूले पर दुकानों को खुलवाने विचार किया।
कलेक्टर के निर्देश पर विकासभवन के दृष्टि सभाकक्ष में एसडीएम, सभी जॉन के कमिश्नर और सीएसपी ने विभिन्न व्यापारिक संगठनों के साथ बैठक कर चर्चा की। प्रशासन ने आड़-ईवन फार्मूले पर दुकानों को खोलने की अनुमति देने प्रस्ताव रखा जिस पर व्यापारियों ने असहमति जता दी। कहा गया कि अब कलेक्टर निर्णय लेंगे और सोमवार की शाम इस आशय का आदेश भी जारी कर दिया गया।
फिर हुआ खुल्ला विरोध
इस आशय का फरमान जारी होने के बाद निगम, जिला और पुलिस प्रशासन के अफसर सोमवार की शाम व्यवस्था बनाने के लिए जायजा लेने अग्रसेन चौक श्रीराम कपड़ा मार्किट पहुचे तो सूचना मिलने पर श्रीराम कपड़ा मार्केट, राजीव प्लाजा, वृंदावन परिसर, सदर बाजार, गोलबाजार, शनिचरी, बस स्टैंड समेत विभिन्न मार्केट के पदाधिकारी भी पहुच गए। सभी ने आड़-ईवन फार्मूले का विरोध जताते हुए दुकान नही खोलने और पूरा मार्केट खोलने की मांग कर दी जिससे अफसरो को लौटना पड़ा। विचार-विमर्श के बाद आखिरकार प्रशासन को आड-ईवन फार्मूले को दरकिनार कर रात 11 बजे पूरा मार्केट खोलने आदेश जारी करना पड़ा।
खुल गए बाजार, अफसरों ने लिया जायजा
मंगलवार को करीब डेढ़ माह बाद बन्द बाजारों के दुकानों के ताले खुल गए। अफसरो की टीम ने सभी बाजारों के हालात का जायजा ले कोविड नियमो के पालन को सुनिश्चित कराने निर्देश दिया।