Home छत्तीसगढ़ अरपा प्रदेश की सांस्कृतिक पहचान : भूपेश

अरपा प्रदेश की सांस्कृतिक पहचान : भूपेश

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बिलासपुर । अरपा नदी बिलासपुर का गौरव होने के साथ साथ छत्तीसगढ़ का भी गौरव है। यह प्रदेश की सांस्कृतिक पहचान है। छत्तीसगढ़ का राज्य गीत अरपा के उल्लेख से शुरू होता है। नदी को फिर से प्रवाहमयी बनाने के लिए जरूरी कदम उठाये गए है और आगे भी लगातार काम करते रहेंगे। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने 93 करोड़ 70 लाख की लागत से आज अरपा उत्थान एवं तट संवर्धन कार्य का शिलान्यास करते हुए यह उदगार व्यक्त किया।

शिलान्यास कार्यक्रम वर्चुअली रूप से आयोजित किया गया था। बिलासपुर के सिंचाई कार्यालय परिसर स्थित प्रार्थना सभा भवन में आयोजित शिलान्यास कार्यक्रम में मुख्यमंत्री बघेल, लोक निर्माण, गृह, जेल, धर्मस्व एवं पर्यटन मंत्री एवं जिले के प्रभारी मंत्री ताम्रध्वज साहू, नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग के मंत्री डॉ. शिवकुमार डहरिया वर्चुअली शामिल हुए।

इस अवसर पर मुख्यमंत्री श्री बघेल ने अपने उद्बोधन में कहा कि कोरोना काल ने हमारे समक्ष गंभीर चुनौतियां खड़ी की। हम सबने इसका सफलतापूर्वक सामना किया और नियंत्रित करने में सफल रहे। उम्मीद है कि जल्द ही सब कुछ सामान्य होगा। बिलासपुर में भी तेजी से सुधार हो रहा है। उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी को हम सबको गंभीरता से लेकर सावधान रहना है। प्रदेश में कोविड टीकाकरण तेजी से हो रहा है। लेकिन इसके बाद भी हमें मास्क पहनना है और सोशल डिस्टेंसिंग रखना है।

श्री बघेल ने कहा कि महामारी के दौरान भी आर्थिक चुनौतियों से निपटने में भी हम सक्षम हुए है। सरकार ने शुरू से ही ऐसी योजनाएं बनाई जिससे जीवन बेहतर हो। कोरोना काल में गैर जरूरी खर्चों पर लगाम लगाने के लिए मितव्यता बरती जा रही है किन्तु विकास कार्य नहीं रूकेंगे और नागरिक जरूरतों पर खर्च प्राथमिकता से किए जाएंगे। बिलासपुर में लंबे समय से अरपा को लेकर जो मांग थी और यहां के जनता से जो वादे किये गये थे वह पूरा किया जा रहा है।

श्री बघेल ने कहा कि अरपा के साथ-साथ नदी के दोनों और बनाये जा रहे सड़क भी बिलासपुर के गौरव में शामिल हो ऐसा यह सड़क बनाया जाएगा।  जिले के प्रभारी मंत्री ताम्रध्वज साहू ने कहा कि मुख्यमंत्री ने बिलासपुर में अरपा नदी के विकास के लिए जो परिकल्पना की थी उसका शुभांरभ आज हो रहा है। अरपा शब्द हमारी संस्कृति एवं सम्मान से जुड़ा है। उन्होंने कहा कि श्री बघेल के नेतृत्व में कोरेाना काल में सभी योजनाओं का संचालन करते हुए कोरोना प्रबंधन सफलतापूर्वक किया गया। जिसके लिए उन्होंने मुख्यमंत्री को बधाई दी। उन्होंने अरपा नदी के दोनों और सड़क निर्माण को गुणवत्तापूर्ण और निर्धारित समय में पूर्ण करने के निर्देश बिलासपुर स्मार्ट सिटी लिमिटेड के अधिकारियों को दिए।

नगरीय प्रशासन मंत्री डॉ. शिव डहरिया ने अपने संबोधन में कहा कि अरपा नदी बिलासपुर की जीवनदायिनी नदी है। मुख्यमंत्री श्री बघेल की सोच है कि राज्य की नदियों का विकास हो। इसी का परिणाम है कि अरपा नदी को पुनर्जीवित करने के लिए योजनाएं बनाई गई जिससे बिलासपुर का जल स्तर बढ़ेगा। उन्होंने कहा कि नगर निगम क्षेत्र में पेयजल व्यवस्था के लिए 20 करोड़ रूपए स्वीकृत किए गए है। पुरानी परियोजनाओं का कार्य भी शीघ्र पूर्ण हो जिससे बिलासपुर के निवासियों का इसका लाभ मिले।

प्रार्थना सभा भवन में आयोजित कार्यक्रम में उपस्थित संसदीय सचिव श्रीमती रश्मि सिंह ने कहा कि अरपा के सुखने से शहर का जल स्तर नीचे चला जाता था लेकिन अरपा विकास परियोजना के तहत शिवघाट और पचरीघाट में बैराज निर्माण से जल स्तर सुधरेगा। बिलासपुर विधायक शैलेष पांडेय ने कहा कि बिलासपुर के लोगों की बरसों पुरानी मांग पूरी हुई है। कोरोना काल में भी मुख्यमंत्री श्री बघेल ने छत्तीसगढ़ में विकास का पहिया रूकने नहीं दिया। महापौर रामशरण यादव ने कहा कि नदी के दोनों और सड़क बनने से यातायात का दबाव कम होगा और नेहरू चैक से दोमुहाने तक सुगम यातायात होगा।

कार्यक्रम के प्रारंभ में कलेक्टर डॉ. सारांश मित्तर ने स्वागत उद्बोधन दिया और अरपा विकास परियोजना की विस्तृत जानकारी दी। मुख्यमंत्री श्री बघेल ने रिमोट के माध्यम से शिलान्यास के शिलालेख का अनावरण किया। कार्यक्रम के अंत में आभार प्रदर्शन नगर निगम आयुक्त अजय त्रिपाठी ने किया।

इस अवसर पर संभागायुक्त डॉ. संजय अलंग, आईजी रतनलाल डांगी, पुलिस अधीक्षक प्रशांत अग्रवाल, नगर निगम के सभापति शेख नजरूद्दीन, अटल श्रीवास्तव, प्रमोद नायक, जिला प्रशासन एवं नगर निगम के अधिकारी तथा अन्य उपस्थित थे।

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