बिलासपुर । राज्यों की सीमा सील है और पुलिस से लेकर परिवहन अधिकारी तक यह दावा करते हैं कि कोई भी गाड़ी बिना सक्षम अनुमति के राज्य की सीमा में प्रवेश नहीं कर सकती, किंतु इन दिनों उत्तर प्रदेश से कुछ बस नियमित अंतराल पर छत्तीसगढ़ में श्रमिकों को लेकर आती है और राजधानी रायपुर तक जाती हैं तथा उसी दिन अथवा 1 दिन बाद रायपुर से बिलासपुर होते हुए वापस उत्तर प्रदेश चली जाती है ।
यूपी 72,एटी 4721 एक ऐसे ही बस का नंबर है इस बस से ही आज ही बिलासपुर जिले के बिल्हा ब्लॉक में निपनिया जिला परियोजना लाईवलीहूड कॉलेज के सामने बड़ी संख्या में श्रमिकों को उतारा गया है। बस का ड्राइवर मुस्ताक नाम का कोई व्यक्ति था जिसका यह दावा भी था कि वह तो स्थानीय प्रबंधन के भरोसे हमेशा यह काम करता है और उसके मालिक के संबंध बड़े ऊपर लेवल तक है। जब उससे यह पूछा गया कि 1 यात्री उत्तर प्रदेश से छत्तीसगढ़ लाने का क्या दाम तय होता है तो उसने बताया एक हजार रुपए प्रति यात्री और पूरा भुगतान नगद में ही उत्तर प्रदेश से चलने के पूर्व ही ले लिया जाता है, रास्ते में कहां पर रुकना है यह हमारी हमेशा की सेटिंग है। यह बस टू बाई टू स्लीपर कोच थी और इसमें लगभग 70 यात्री किस तरह बैठा ले होंगे यह नागरिक स्वयं समझ सकते हैं।
10 मई को ही बिलासपुर जोन के आईजी ने स्वयं छत्तीसगढ़ मध्य प्रदेश सीमा क्षेत्र का चेक पोस्ट निरीक्षण किया और वहां उपलब्ध पुलिस बल को किस तरह काम करना है के निर्देश भी दिए। बिलासपुर परिवहन अधिकारी पीपी शर्मा ने कहा कि राज्य की परिवहन सीमाएं पूरी तरह सीज है किसी भी अन्य जिले या राज्य से बस का आना जाना प्रतिबंधित है यह जांच का विषय है कि उत्तर प्रदेश की बस के पास ऐसे कौन से कागज थे कि वह बिलासपुर तक आ गया। यह बस फिलहाल रायपुर में खड़ी है तथा मुस्ताक के कथन को सत्य माने तो आज 3:00 बजे उसकी उत्तर प्रदेश वापसी है।