बिलासपुर । कोरोनाकाल के दौरान वैक्सीन के टोटे, उपचार के अभाव में हो रही मौते, व्यापारियों की नाराजगी और अब शराब की होम डिलीवरी को लेकर हो रही फजीहत को लेकर सरकार संकट में आ गयी है, यही वजह है कि सीएम ने डेमेज कंट्रोल का फार्मूला तय किया, इसी के तहत पार्टी और सरकार का पक्ष रखने प्रवक्ताओं को आगे किया गया।
कोरोनाकाल में शराब की होम डिलीवरी के निर्णय को लेकर सरकार पर हो रहे चौतरफा वार से माहौल गरम है। प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने सोमवार को प्रदेश प्रवक्ताओं से वर्चुअल बातचीत की । वर्चुअल बातचीत में बिलासपुर से प्रदेश प्रवक्ता अभय नारायण राय, रायपुर से संचार विभाग के अध्यक्ष और सी जी पाठ्य पुस्तक निगम के चेयरपर्सन शैलेश नितिन त्रिवेदी, संचार विभाग के सदस्य व कृषि कल्याण बोर्ड के अध्यक्ष सुरेंद्र शर्मा, संचार विभाग के सदस्य आर पी सिंह ,मुख्य प्रवक्ता सुशील आनन्द शुक्ला,घनश्याम राजू तिवारी,रमेश वल्र्यानी,और खादी ग्रामोद्योग बोर्ड के अध्यक्ष राजेंद्र तिवारी शामिल हुए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश प्रवक्ता मीडिया के समक्ष कांग्रेस का पक्ष रखते है चूंकि सरकार कांग्रेस की है तो प्रत्यक्ष-अप्रत्यक्ष रूप से सरकार के पक्ष रखते है इसलिए सरकार द्वारा की जा रही लोक कल्याणकारी योजनाओं और सरकार की उपलब्धियों को बताए, मुख्यमंत्री ने प्रदेश प्रवक्ताओं को लैपटॉप देने की बात कही। प्रवक्ताओं ने कोविड सेंटरो की स्थिति, ऑक्सीजन की उपलब्धता, सूखा राशन वितरण के स्थिति की जानकारी दी।