नई दिल्ली । टीम इंडिया के टेस्ट विशेषज्ञ बल्लेबाज चेतेश्वर पुजारा कोरोना महामारी के इस दौर में नकारात्मक विचारों से दूर रहने के लिये योग और ध्यान करने के अलावा अपने अध्यात्मिक गुरू से सलाह लेते हैं। पुजारा ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में सफलता की कुंजी दबाव का सामना करना है।
उन्होंने कहा, ‘एक बार नकारात्मक सोचने पर सब कुछ नकारात्मक लगने लगता है। इसलिए मैं योग और ध्यान का सहारा लेता हूं। रोज प्रार्थना करता हूं जिससे मेरी सोच सकारात्मक बनी रहती है।’ उन्होंने कहा, ‘एक समय ऐसा भी था जब मुझे लगता था कि मैं दबाव में नहीं खेल पाऊंगा। साथ ही कहा, खेल के शुरुआती दिनों में मैं अपनी मां के पास जाकर उनके सामने रोता था और कहता था कि इतने दबाव के कारण मैं क्रिकेट नहीं खेल सकूंगा पर अब मुझे दबाव का सामना करना आ गया है।’ गौरतलब है कि पुजारा जब 17 साल के थे तभी उनकी मां का निधन हो गया था।