मुंबई । कड़ी पाबंदियों के बावजूद महाराष्ट्र में कोरोना संक्रमण के केस कम नहीं हो रहे थे, इसलिए राज्य सरकार ने गुरूवार रात 8 बजे से लॉकडाउन लगा दिया है। हालांकि, सरकार ने इसे ब्रेक द चेन का नाम दिया है। इसके तहत बिना किसी जरूरी वजह घर से बाहर नहीं निकल सकेंगे। आम आदमी के लोकल और मेट्रो ट्रेन में सफर पर पाबंदी लगा दी गई है। सरकारी ऑफिसेज में 15 प्रतिशत कर्मचारियों की ही मौजूदगी रहेगी। वहीं शादी का कार्यक्रम दो घंटे में पूरा करना होगा और उसमें भी 25 से ज्यादा लोग शामिल नहीं हो सकेंगे। ये आदेश न मानने पर 5,000 से 50,000 रुपए तक का जुर्माना देना होगा। सरकार के ये आदेश गुरुवार रात 8 बजे से लागू होंगे। नए आदेश में वाहनों के एक जिले से दूसरे जिले में जाने पर भी पाबंदी लगा दी गई है। हालांकि, इमरजेंसी में अधिकारियों की मंजूरी से ट्रांसपोर्टेशन किया जा सकता है
महाराष्ट्र में पिछले 24 घंटों के दौरान कोरोना से 568 लोगों की मौत हुई है। यह किसी भी राज्य में मौतों का एक दिन में सबसे बड़ा आंकड़ा है। इसी दौरान 67,468 नए मामले सामने आए हैं। इसी के साथ राज्य में संक्रमितों की संख्या बढ़कर 40 लाख के पार पहुंच चुकी है। कुल संक्रमित मरीजों के मामले में महाराष्ट्र अब दुनिया के 214 देशों से आगे हो चुका है। यहां से ज्यादा मरीज सिर्फ 7 देशों में हैं।
विदर्भ में लगातार 4 दिन से 200 से ज्यादा मौतें
महाराष्ट्र के विदर्भ जिले में 4 दिनों से 200 मौतें हो रही हैं। कोरोना केसों और मौतों के ये आंकड़े चिंता बढ़ाने वाले हैं। कोविड मरीज देख रहे डॉक्टर रोशन भीवापुरकर कहते हैं कि बेड,दवा और ऑक्सीजन, सबकी किल्लत है। मंगलवार को महाराष्ट्र में एक दिन में सबसे ज्यादा 519 मौतें दर्ज हुईं, इनमें विदर्भ का आंकड़ा 200 का था, वहीं 8 जिलों वाले मराठवाड़ा इलाके में 157 मौतें हुईं है।
मुंबई में जल्द शुरू होंगे 100 वैक्सीनेशन सेंटर
राज्य के पर्यावरण मंत्री आदित्य ठाकरे ने बीएमसी अधिकारियों को निर्देश दिया है कि मुंबई के सभी 227 वार्डों में वैक्सीनेशन सेंटर शुरू किए जाएं। इसके बाद मुंबई की मेयर किशोरी पेडणेकर ने कहा कि जल्द ही मुंबई में वैक्सीन के 100 और सेंटर शुरू हो जाएंगे। इससे लोगों को वैक्सीन के लिए ज्यादा दूर नहीं जाना पड़ेगा और इंतजार नहीं करना पड़ेगा। मुंबई में अभी 130 सेंटर पर कोरोना की वैक्सीन लोगों को दी जा रही है। महाराष्ट्र के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने कहा कि राज्य को रोजाना आठ लाख से ज्यादा लोगों को टीके लगाने के लिये एक बार में एक सप्ताह का वैक्सीन स्टॉक चाहिए। उन्होंने कहा कि यह भौगोलिक रूप से बड़ा राज्य है और हमें एक कोने से दूसरे कोने तक टीकों का स्टॉक पहुंचाने के लिये कम से कम दो दिन का समय लगता है। उन्होंने कहा कि इस मामले में केन्द्र को कई पत्र भेजे जा चुके हैं, लेकिन हमारी मांग नहीं सुनी गई।