नई दिल्ली । कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच रोजाना ऑक्सीजन की कमी से जूझती दिल्ली के लिए ओडिशा रक्षक बनकर उभरा है। राज्य के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने बताया कि ‘अब दिल्ली में ऑक्सीजन की कमी नहीं होने देंगे, दिल्ली के लोगों से हमारा वादा है कि ऑक्सीजन की कमी से अब वहां कोई नहीं मरेगा। अगर प्रधानमंत्री यह बैठक और जल्दी कर लेते तो हम और जल्दी ऑक्सीजन सप्लाई शुरू कर देते। ओडिशा सरकार ने 22 अप्रैल यानी गुरुवार को प्रधानमंत्री के साथ हुई बैठक के बाद दिल्ली को मेडिकल ऑक्सीजन भेजने का फैसला किया है। साथ ही 23 अप्रैल, यानी शुक्रवार को लिखित ऑर्डर जारी कर ओडिशा में ऑक्सीजन के इंडस्ट्रियल इस्तेमाल पर फिलहाल रोक लगा दी है। ओडिशा सरकार के प्रवक्ता मानस मंगराज ने शुक्रवार को बताया कि ‘दिल्ली को कल ही 20-20 टन के दो टैंकर भेजे जा चुके हैं। 70 ऑक्सीजन बस कुछ घंटों में पहुंचने वाली है। स्थिति सुधरने तक अब दिल्ली को रोज 100 टन ऑक्सीजन भेजी जाती रहेगी। अगर और ऑक्सीजन की जरूरत पड़ेगी तो हम उसे भेजने में भी सक्षम हैं। मानस ने बताया कि ओडिशा के पास अभी 500 टन ऑक्सीजन सुरक्षित है। इसके अलावा रोजाना मेडिकल ऑक्सीजन का उत्पादन किया जा रहा। सभी तरह की इंडस्ट्रियल आपूर्ति को रोक दिया गया है। मेडिकल ऑक्सीजन की उत्पादन क्षमता को बढ़ाने का आदेश भी मुख्यमंत्री कार्यालय की तरफ से जारी कर दिया गया है।