नई दिल्ली । इंडियन प्रीमियर लीग 2021 के चौथे मैच में राजस्थान रॉयल्स को पंजाब किंग्स के खिलाफ हार का सामना करना पड़ा। टीम की हार के बावजूद युवा गेंदबाज चेतन सकारिया ने अपने प्रदर्शन से सभी को प्रभावित किया। अपना डेब्यू कर रहे चेतन ने इस मैच में शानदार गेंदबाजी करते हुए सिर्फ 31 रन देकर 3 अहम विकेट हासिल किए। चेतन का यहां तक का सफर आसान नहीं रहा। आर्थिक चुनौतियों से जूझ रहे परिवार को चलाने की जिम्मेदारी भी चेतन भी थी। कुछ दिन पहले तक चेतन के पास ट्रेनिंग के लिए पहनने को जूते तक नहीं थे। ऑक्शन 3 हफ्ते पहले उन्होंने अपने भाई को खोया। घर चलाने के लिए क्रिकेट के अलावा नौकरी भी की। इन चुनौतियों को पार करते हुए वे लीग तक पहुंचे हैं।
भाई की मौत के वक्त सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में खेल रहे थे
चेतन की मां ने बताया कि चेतन के भाई ने इसी साल जनवरी में आत्महत्या कर ली थी। चेतन उस वक्त घर पर भी नहीं थे और सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में खेल रहे थे। टूर्नामेंट के दौरान उनका परिवार बहाना बनाकर उनके भाई की मौत की बात टालता रहा। उन्होंने बताया कि चेतन अपने भाई से बहुत प्यार करता था। जब भी अपने भाई के बारे में पूछता, मैं बात को टाल देती। मैंन चेतन को उसके पिता से बात नहीं करने दी, क्योंकि वो चेतन से झूठ नहीं बोल पाते। एक दिन फोन पर उससे बात करते-करते मैं रो पड़ी। अपने भाई के बारे जानकर चेतन ने पूरे हफ्ते किसी से बात नहीं की। उसने खाना तक छोड़ दिया।
चेतन पर बहन की पढ़ाई और शादी की जिम्मेदारी
चेतन के परिवार की स्थिती बहुत ही खराब थी। चेतन ने बताया कि उन पर बहन की पढ़ाई की फीस और उसकी शादी कराने की जिम्मेदारी है। इतना ही नहीं चेतन का पूरा घर एक रूम और एक हॉल में रहता है इसलिए अभी उनको अपने लिए एक घर भी लेना है। उन्होंने बताया कि उनके पिता एक समय पर परिवार का पेट पालने के लिए टेम्पो चलाया करते थे। 2 साल पहले उन्होंने नौकरी छोड़ दी थी। उन्होंने बताया कि 5 साल तक उनके घर में देखने के लिए टीवी तक नहीं था और उन्हें कोई मैच भी अपने दोस्त के घर देखना पड़ता था।