नई दिल्ली । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जलवायु शिखर सम्मेलन में शामिल होने के अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन के निमंत्रण को स्वीकार कर लिया है। विदेश मंत्रालय ने इस बात की पुष्टि करते हुए कहा, बाइडेन प्रसाशन द्वारा 22-23 अप्रैल को इस ऑनलाइन शिखर सम्मेलन का आयोजन किया जाएगा। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने एक ऑनलाइन प्रेस वार्ता में बताया, राष्ट्रपति जो बाइडेन ने इस वैश्विक जलवायु शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को आमंत्रित किया था। अमेरिकी प्रशासन द्वारा 22-23 अप्रैल को आयोजित इस कार्यक्रम में जलवायु परिवर्तन को ध्यान में रखते हुए कई बड़े निर्णय लिए जा सकते हैं। प्रधानमंत्री ने अमेरिकी राष्ट्रपति के इस कदम की सराहना की है और उनके निमंत्रण को स्वीकार कर लिया है। जलवायु परिवर्तन से जुड़े मामलों पर जो बाइडेन के विशेष दूत जॉन कैरी 5 से 8 अप्रैल तक भारत के दौरे पर रहेंगे। कैरी के इस दौरे को लेकर अरिंदम बागची ने कहा, अपने इस दौरे के दौरान वो जलवायु शिखर सम्मेलन के साथ ही इस वर्ष के अंत में होने वाले संयुक्त राष्ट्र जलवायु परिवर्तन सम्मेलन (सीओपी26) को लेकर भी जरूरी वार्ता करेंगे। बागची ने कहा,अपने इस दौरे के दौरान कैरी, देश के विदेश मंत्री, वित्त मंत्री और पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्री समेत कई शीर्ष नेताओं से मुलाकात कर सकते हैं।
इससे पहले कैरी ने भी ट्वीट करते हुए कहा था, ‘जलवायु संकट से निपटने के लिए भारत, अमीरात और बांग्लादेश में दोस्तों के साथ सार्थक चर्चा को लेकर उत्साहित हूं। बाइडन प्रशासन इस आयोजन के लिए पूरी तरह से तैयार है। वहीं इस समिट में जलवायु परिवर्तन को ध्यान में रखते हुए कई बड़े निर्णय लिए जा सकते हैं। सूत्रों के अनुसार प्रशासनिक अधिकारियों का कहना है कि इस आयोजन के जरिए अमेरिका जीवाश्म ईंधन से होने वाले जलवायु प्रदूषण को कम करने के लिए अहम कदम उठा सकता है।
अमेरिकी राष्ट्रपति कार्यालय व्हाइट हाउस की ओर से जारी किए गए आधिकारिक बयान में कहा गया है, ‘यह ग्लासगो में इस साल नवंबर में होने वाले संयुक्त राष्ट्र जलवायु परिवर्तन सम्मेलन (सीओपी26) के मार्ग में एक मील का पत्थर होगा।
बाइडन प्रशासन ने इस शिखर सम्मेलन के लिए 40 देशों के शीर्ष नेताओं को आमंत्रित किया है। प्रधानमंत्री मोदी के अलावा चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग, रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन, जापान के प्रधानमंत्री योशिहिदे सुगा, ब्राजील के राष्ट्रपति जायर बोलसोनारो, कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो, इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू, सऊदी अरब के शाह सलमान बिन अब्दुल अजीज अल सऊद और ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन को आमंत्रित किया गया है।