कानपुर । सोशल मीडिया पर व्यस्त रहने की आदत किसी के लिए जानलेवा भी बन सकती है। इसका ही एक नजारा कानपुर देहात जिले के अकबरपुर में उस वक्त देखने को मिला जब एक प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में फोन पक व्यस्त एक महिला ने एक व्यक्ति को एक साथ दो कोरोना वैक्सीन लगा दी। घटना की जांच कर रहे कानपुर देहात के मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) डॉ. राजेश कटियार ने कहा अब से, हर वैक्सीनेटर को लोगों को कोविड टीका लगाने से पहले अपना मोबाइल फोन जमा करने के लिए कहा गया है।
मडौली गांव के निवासी विपिन की 50 वर्षीय पत्नी कमलेश कुमारी पहला टीका लगवाने के लिए अकबरपुर ब्लॉक के अंतर्गत आने वाले एक प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र गई थीं। एएनएम अर्चना, जो एक फोन कॉल पर व्यस्त थीं, ने उन्हें कोविड के टीके की दो खुराक दे दी। जैसे ही महिला के परिवार वालों को इसके बारे में पता चला, उन्होंने हंगामा खड़ा कर दिया और एएनएम के खिलाफ कार्रवाई की मांग की।
परिवार के लोगों का कहना है कि जब कमलेश ने एएनएम से दो एक के बाद एक खुराक दिए जाने के बारे में सवाल करने की कोशिश की, तो अर्चना ने उनके साथ दुर्व्यवहार किया और धमकी भी दी।
इस घटना के फौरन बाद वरिष्ठ स्वास्थ्य अधिकारी तुरंत हरकत में आ गए और महिला के परिवार के सदस्यों को शांत करने की कोशिश की। इसके बाद, कथित लापरवाही के बारे में जिलाधिकारी और मुख्य चिकित्सा अधिकारी सहित वरिष्ठ अधिकारियों को अवगत कराया गया। वैक्सीन की दोहरी खुराक लगाए जाने के बाद कमलेश के हाथ में सूजन आ गई, लेकिन कोई अन्य गंभीर दुष्प्रभाव तत्काल नहीं दिखाई दिया।
कमलेश को पीएचसी के वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारी डॉ. राकेश कुमार ने लगभग डेढ़ घंटे तक निगरानी में रखा। डॉ कुमार ने कहा उन्हें केवल उचित निगरानी के बाद जाने की अनुमति दी गई। खुशकिस्मती से उनमें कोई गंभीर लक्षण नहीं नजर आए। कानपुर देहात के जिलाधिकारी जितेंद्र प्रताप सिंह ने शनिवार को कहा मैंने मामले को गंभीरता से लिया है और हम यह सुनिश्चित कर रहे हैं कि ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।