नई दिल्ली । छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में पुलिस और नक्सलियों के बीच हुई मुठभेड़ के एक दिन बाद 21 लापता जवानों की खोज के लिए अभियान चलाया गया है। आशंका है कि इस मुठभेड़ में शहीद होने वाले जवानों की संख्या अभी और बढ़ सकती है। मुठभेड़ में शनिवार देर रात तक पांच जवानों के शहीद होने और एक नक्सली के ढेर होने के अलावा लगभग तीन दर्जन जवानों के घायल होने की पुष्टि हुई थी। 21 जवान अब भी लापता है, उन्हे तलाशने के लिए आज फिर से सर्च अभियान शुरू किया गया है। केंद्रीय गृहमंत्री मंत्री अमित शाह ने मुठभेड़ में शहीद हुए सुरक्षाकर्मियों को श्रद्धांजलि दी है।
अमित शाह ने ट्वीट किया कि मैं छत्तीसगढ़ में माओवादियों से लड़ते हुए शहीद हुए वीर सुरक्षाकर्मियों के बलिदान को नमन करता हूं। राष्ट्र उनके शौर्य को कभी नहीं भूलेगा। मैं उनके परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त करता हूं। हम शांति और प्रगति के इन दुश्मनों (नक्सलियों) के खिलाफ अपनी लड़ाई जारी रखेंगे। घायलों के जल्द स्वस्थ होने की कामना करता हूं।।
इससे पहले, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शोक व्यक्त करते हुए कहा था कि सुरक्षाकर्मियों के बलिदान को कभी नहीं भुलाया जाएगा। उन्होंने ट्वीट कर लिखा कि मेरी संवेदनाएं छत्तीसगढ़ में माओवादियों से लड़ते हुए शहीद होने वाले जवानों के परिवारों के साथ हैं। वीर शहीदों के बलिदान को कभी नहीं भुलाया जा सकेगा। घायलों के शीघ्र स्वास्थ होने की कामना है।
राज्य के नक्सल विरोधी अभियान के पुलिस उप महानिरीक्षक ओपी पाल ने बताया कि बीजापुर और सुकमा जिले के सीमावर्ती क्षेत्र में सुरक्षा बलों और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ तीन घंटे चली। पाल ने बताया कि शुक्रवार की रात बीजापुर और सुकमा जिले से केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के कोबरा बटालियन, डीआरजी और एसटीएफ के संयुक्त दल को नक्सल विरोधी अभियान में रवाना किया गया था।
नक्सल विरोधी अभियान में बीजापुर जिले के तर्रेम, उसूर और पामेड़ से तथा सुकमा जिले के मिनपा और नरसापुरम से लगभग दो हजार जवान शामिल थे। पुलिस अधिकारी ने बताया कि शनिवार दोपहर लगभग 12 बजे बीजापुर-सुकमा जिले की सीमा पर सुकमा जिले के जगरगुंड़ा थाना क्षेत्र के अंतर्गत जोनागुड़ा गांव के करीब नक्सलियों की पीएलजीए बटालियन तथा तर्रेम के सुरक्षा बलों के मध्य मुठभेड़ हुई। मुठभेड़ तीन घंटे से अधिक समय तक चली।
मुठभेड़ में कोबरा बटालियन का एक जवान, बस्तरिया बटालियन के दो जवान तथा डीआरजी के दो जवान (कुल पांच जवान) शहीद हो गए। इस दौरान 30 जवान घायल हुए। घायल जवानों में से सात जवानों का रायपुर के अस्पताल में तथा 23 जवानों का इलाज बीजापुर के अस्पताल में किया गया है। पुलिस अधिकारी ने बताया कि सुरक्षा बलों ने घटनास्थल से एक महिला नक्सली का शव बरामद किया है। मुठभेड़ में नक्सलियों को भी काफी नुकसान होने की खबर है।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने मुठभेड़ में पांच जवानों की शहादत पर दुख व्यक्त किया है। राज्य के वरिष्ठ अधिकारियों ने बताया कि बघेल ने शहीदों के परिजनों के प्रति संवेदना प्रकट करते हुए कहा कि सुरक्षा बलों की शहादत व्यर्थ नहीं जाएगी। हमारे जवानों ने शौर्य का परिचय देते हुए नक्सलियों को भी भारी नुकसान पहुंचाया है। नक्सलियों के विरूद्ध सुरक्षा बल और भी तेजी से अभियान चलाएंगे। मुख्यमंत्री ने इस घटना में घायल जवानों को बेहतर इलाज की सुविधा उपलब्ध कराने का निर्देश दिया है। इस वर्ष मार्च माह की 23 तारीख को नक्सलियों ने नारायणपुर जिले में बारूदी सुरंग में विस्फोट कर बस को उड़ा दिया था। इस घटना में बस में सवार डीआरजी के पांच जवान शहीद हो गए थे।