जोहार छत्तीसगढ़-धरमजयगढ़। श्री राम जन्मभूमि अयोध्या में बनने वाली भव्य राम मंदिर के लिए इन दिनों समर्पण राशि एकत्रीकरण का कार्य पूरे देश में जोर शोर से चल रहा है। यह कार्य 15 जनवरी से प्रारंभ हुआ है और 15 फरवरी तक चलेगा। विश्व हिंदू परिषद के नेतृत्व में चल रहा इस अभियान का अर्थ है, कि हर हिंदू परिवार को मंदिर निर्माण के साथ जोड़ा जा सके। और यह अयोध्या श्री राम मंदिर सभी हिंदुओं की आस्था का केंद्र बने।उक्त बातें बताते हुए राममंदिर समर्पण निधि के खण्ड धरमजयगढ़ अध्यक्ष टीकाराम पटेल ने कहा कि इस कार्य में सभी हिंदू भाई बहन बढ़ चढ़कर हिस्सा ले रहे हैं और समर्पण भी कर रहे हैं। इस समर्पण राशि एकत्रीकरण के दौरान कई ऐसे क्षण भी आते हैं जो भाव विभोर कर देते हैं। ऐसा ही एक वाक्य शाहपुर ग्राम पंचायत के तराईमार में देखने को मिला। जब मैंने तराईमार निवासी पूर्व भाजपा महामंत्री भरत साहू से बात करने के लिए कॉल किया तो फोन उसके छोटे लड़के ने उठाया। और बताया कि पापा नहाने गए हैं। तब मैंने ऐसी बातों ही बातों में उससे पूछ लिया कि तुम राम मंदिर के लिए कितना चंदा दे रहे हो तो उसने तपाक से जवाब दिया कि हम दोनों भाई सौ सौ रुपए देंगे। मैंने कहा है पैसे कहां से आए तुम्हारे मम्मी पापा दिए है क्या? तब ओंकार साहू ने कहा कि मैं और मेरा बड़ा भाई आर्यन हमने छेरछेरा मांग कर धान को बेच के सौ सौ रुपए रखे हैं अयोध्या मन्दिर के लिए।ऐसी एक घटना शाहपुर में भी देखने को मिला जहां अधिवक्ता हेमप्रसाद पटेल के पुत्र युग पटेल ने अपने गुल्लक तोड़कर सौ रुपए दान किया। वहीं संग्रहकर्ता तब चौक गये जब उन्होंने एक महिला को राममंदिर निर्माण हेतु सौ रुपए और दस रुपए का रसीद होना बताया तो महिला ने कहा नहीं मैं पांच सौ दे रही हूं।इन दिनों ऐसे ऐसे कई वाक्या देखने सुनने को मिल रहा है।राम मंदिर जीर्णोद्धार के लिए प्रत्येक हिन्दू दिल खोलकर निधि समर्पण कर रहे हैं।