मुम्बई। हर माँ-बेटी का रिश्ता अपने आप में अनोखा होता है। यह एक अनमोल दोस्ती और बेशुमार प्यार है जिसे परिभाषित या परिमाणित नहीं किया जा सकता है। और यह गणित प्रतिभा शकुंतला देवी के लिए भी सच है, जो न केवल एक गणितीय कौतुक थी, बल्कि एक स्नेही मां भी थी। अब जब हम उनकी बायोपिक के रोमांचक प्रीमियर के लिए तैयार हैं, विद्या बालन, जो गणित के जादूगर की भूमिका निभा रही हैं, उन्होंने फिल्म की रिलीज से पहले भारत की सभी बेटियों के प्रति एक हार्दिक कविता समर्पित की हैं।
खूबसूरत मोनोक्रोम में फिल्माई गयी इस कविता में विद्या ने खूबसूरती से साझा किया है कि कैसे हर मां कभी बेटी हुआ करती थी। गायन ने हर लड़की को निडर व सशक्त होने की बात कही है, जो सभी कांच को चीरते हुए आगे बढ़ती है और सबसे महत्वपूर्ण बात, अपने सपनों को पूरा करने के लिए खुद पर अटर विश्वास रखतीं है।
प्रत्येक महिला को खुद को प्राथमिकता देने के लिए प्रोत्साहित करते हुए, विद्या बालन की भावुक श्रद्धांजलि सचमुच, आज के समय में बेहद महत्वपूर्ण है। एक प्रेरणादायक महिला का चित्रण करते हुए, जो प्रगतिशील और अपने समय से आगे थी, विद्या बालन ने ऑन और ऑफ स्क्रीन अपने आकर्षण से हमें स्तबद करना जारी रखा है। ‘शकुंतला देवी’ 31 जुलाई से विशेष रूप से अमेज़न प्राइम वीडियो पर स्ट्रीमिंग के लिए उपलब्ध होगी।