जोहार छत्तीसगढ़-बेमेतरा।
जिले में पत्रकारो की सुरक्षा पर उठ रहे सवाल। चुप्पी साधे बैठी सरकार। आखिर दो दिन बीत जाने के बाद भी क्यों नही हो पा रही कार्यवाही। क्यों बेखौफ घूम रहे हंै। दोषी। एक तरफ सरकार पत्रकार सुरक्षा की बात करते थकती नहीं है। तो वही दूसरी तरफ एक पत्रकार को सरपंच के द्वारा घर घुंसकर मारा जा रहा है। पूछता है पत्रकार दो दिनों बाद भी कार्रवाई शून्य क्यों। बता दे कि खबर बेमेतरा जिला के नवागढ़ विधायक गुरुदयाल सिंह बंजारे के विधानसभा क्षेत्र अंतर्गत संबलपुर गांव में एक पत्रकार के ऊपर हमला करने का है। प्रार्थी पत्रकार रंजीत बंजारे ने बताया कि मेरे भाई ने सूचना के अधिकार के तहत पंचायत से जानकारी की मांग किया था। जहां प्रमाणित जानकारी देने के भय से सरपंच व उसके भतीजे तथा अन्य ने सम्बलपुर गांव में मेरे घर अंदर घुंसकर गाली गलौच कर झगड़ा करते हुए लोहे के रॉड, डंडा व हाथ मुक्के से मारपीट किया है। जिससे मुझे चोट लगा हुआ है। हालांकि मामले में पुलिस ने मामूली धाराओं पर अपराध दर्ज कर अपना पलड़ा झाड़ लिया है और जांच की बात कहते नजर आ रहे हैं। उक्त घटना से आक्रोशित जिले के दर्जनों पत्रकारों ने पुलिस अधीक्षक को मामले में लिप्त सभी लोगों पर उचित कार्यवाही करने का आग्रह करते हुए एक आवेदन सौपे हैं। वही आवेदन सौपने पहुंचे दर्जनों पत्रकारों ने उक्त घटना की घोर निंदा किये है। साथ ही उन्होंने कहा है कि पुलिस विभाग अगर 5 दिनों में उचित कार्यवाही नहीं करती हैं। तो हम सभी पत्रकारगण धरना प्रदर्शन करने बाध्य हो जायेंगे। जिसकी पूरी जवाबदारी शासन प्रशासन की होगी।
- मामले में अपराध कायम हुआ है। जल्द से जल्द जांच कर उचित कार्यवाही की जा रही है। दोषियों को बक्शा नहीं जायेगा।
पंकज पटेल,एएसपीए बेमेतरा - उक्त घटना निंदनीय है। पत्रकारों पर जिले में इस तरह की वारदात और हो चूका है। लेकिन कार्रवाई तो सिर्फ पन्नों में नजर आये है। राज्य सरकार पत्रकारो की सुरक्षा के लिए अब क्या करती है। या यू ही पत्रकारों पर हमले होते रहेंगे। इस तरह की घटना की पुनरावृत्ति न हो इसके लिए सरकार क्या करती है। देखने वाला मुद्दा है।
योगेश राजपूत, पत्रकार बेमेतरा