संजय सारथी,जोहार छत्तीसगढ़
धरमजयगढ़/बाकारूमा। रायगढ़ पुलिस अधीक्षक की बड़ी फेरबदल से कई थाने व चौकी में नए प्रभारी नियुक्त किये गए है इस फेरबदल का मतलब लोगों ने यह निकला कि इससे जिन क्षेत्रों में प्रभारी बदले गए है वहां सख्ती से लॉक डाउन का पालन कर कोविड 19 से लोगों को बचाने की कोशिश तेज होगी और छत्तीसगढ़ में इसका फैलाव में रोक लगेगी।
वहीं एक ओर दिन रात मेहनत करके धरमजयगढ़ एसडीओपी सुशील नायक जगह जगह फ्लैग मार्च निकालकर अपने क्षेत्र में लॉक डाउन के नियमों का सख्ती से पालन करवा रहे हंै और गरीबों को राशन मुहैया कर उनकी सभी जरूरतों को पूरा करने का प्रयास में लगे हैं।
परंतु इसके विपरीत नव नियुक्त रैरुमा चौकी प्रभारी लॉक डाउन के नियमों का पालन नहीं करवा पा रहे हैं।
रैरुमा चौकी में बनाये गए चेक पोस्ट से 50 मीटर की दूरी पर स्थित ग्रामीण बैंक में भी लोगों की एकत्रित भीड़ से सोशल डिस्टेंसिनग का पालन भी नहीं करवा रहे हंै वही चौकी से 100 मीटर के अंदर स्थित दुकान में भी सोशल डिस्टेंसिग की धज्जियां उड़ती देखी जा सकती है वही नदियों, तालाबों में भी लोग भीड़ बनाकर मछली मारते हुए दिखाई पड़ते हैं।
गुटखा, तम्बाखू और गुड़ाखु के विक्रय पर प्रतिबंध, मुनाफा खोरों की निकली लाटरी
रायगढ़ जिले में कोरोना संक्रमण की रोकथाम व नियंत्रण के लिए कलेक्टर यशवंत कुमार सिंह ने गुटखा, तम्बाखू व गुड़ाखु बेचने हुए पाए जाने पर संबंधित व्यक्ति व संस्थान के विरुद्ध धारा 188 के तहत सख्त कार्यवाही की बात कही है परंतु रैरुमा चौकी अंतर्गत के दुकानदारों को इन सब बातों से कोई डर नहीं है कालाबाजारी अपने चरम पर पहुँच रही है और विक्रेता बेखौफ होकर 20 रुपये वाला गुड़ाखु 40-50 रुपये में और गुटखा, तम्बाखू को 15-20 रुपये की दर में बेचा जा रहा है लेकिन सब कुछ जानने के बाद भी चौकी प्रभारी इस पर रोक लगाने में असफ ल है जिससे जमाखोर और मुनाफ ा खोरों की लॉटरी निकल पड़ी है।
शासकीय शराब दुकान बंद, लेकिन यहां से जितनी मर्जी शराब ले जाओ
कोविड 19 के रोकथाम के मद्देनजर राज्य में सभी क्षेत्रों में अवैध शराब बिक्री पर पूर्णत: प्रतिबंध लगाने के दिशानिर्देश जारी किया गया है और ऐसा नही किये जाने पर सख्त कार्यवाही की बात कही गयी परंतु रैरुमा चौकी क्षेत्र में बड़े पैमाने में महुआ शराब की फैक्ट्री संचालित है ऐसे में रैरुमा क्षेत्र सहित अन्य स्थानों के शराब प्रेमी और शराब विक्रेताओ का जमावड़ा देखा जा सकता है अन्य स्थानों से लोगों के आने जाने और शराब खोरी पर जल्द लगाम नहीं लगने से क्षेत्र वासियों को कोरोना के फैलने का डर सताने लगा है।