कविराज,जोहार छत्तीसगढ़।
कोरिया वन मंडल का देवगढ़ परिक्षेत्र ,,,जो कि कई वर्षों से पुराने और विशाल सागौन वृक्षों के जंगलों के लिए जाना जाता है ।पर आज बीते दो वर्षों से यह सरई और सागौन जैसी बहुमूल्य वृक्षों की अनमोल संपदा पर जैसे ग्रहण सा लग चुका है। वजह इन जंगलों की अंधाधुंध अवैध कटाई है जो अनवरत दो वर्षों से बेरोक टोंक जारी है दवगढ़ रेंज के ओदारी,विक्रमपुर सहित तर्रा सर्किल के घने वनों में मची है बड़ी त्रासदी आनन फानन और शिकायतों के दौर को रोकने और कार्यवाई के दिखावे के लिए आनंदपुर सर्किल के डिप्टी रेंजर व एक फॉरेस्ट गार्ड का कुछ माह पूर्व किया गया था तबादला। जबकि अवैध कटाई पर सुस्त रवैया और लापरवाही सहित पूर्ण सुपरविजन के जिम्मेदार रेंजर को विभाग बेदाग बचाने की कवायद में लगा हुआ था और अब भी रेंजर पर स्थानीय नेताओं के साथ-साथ वन विभाग के उच्चाधिकारियों का संरक्षण बरकरार है। जिसके कारण वनों कि अवैध कटाई पर भी नहीं लग पा रहा है अंकुश। स्थानीय लोगों सहित बुद्धिवियों की बड़ी तादात में इस अवैध कटाई की शिकायत पर गंभीरता अख्तियार करने विभाग के उच्चाधिकारी नहीं दिखा रहे रुचि। बल्कि देवगढ़ वन परिक्षेत्र के वनों के रोज आ रहे नित नए अवैध कटाई के मुद्दों पर स्थानीय डी एफ ओ कोरिया वन मंडल राजेश कुमार चंदेले का कार्य वाई होगी मैंने एस डी ओ को अवगत करा दिया है। जैसे शब्दों का रटा रटाया जवाब मिलता तो है लेकिन ना कार्य वाई होती है और ना ही अवैध कटाई रुकती है ।