कविराज, जोहार छत्तीसगढ़। कोरिया। कोरोना संक्रमण जैसे महामारी से पूरा विश्व त्रासदी झेल रहा है भारत के सभी राज्य भी संक्रमण की चपेट में आ चुके हैं।छत्तीसगढ़ राज्य भी अछूता नही है इस संकट की घड़ी में मुख्यमंत्री भुपेश बघेल ने भी लाकडॉउन के सख्त निर्देश दिये हैं जिसका पालन भी हो रहा है। खासकर पुलिस कर्मचारी का जन सेवा मानव सेवा का विशेष रोल है रात दिन एककर लोगों को सभी सुविधा मुहैया करवा रहे हैं अपनी जान की परवाह किये वगैर सड़कों पर सेवा दे रहे हैं जिसकी सराहना भी की जा रही है।
दूसरे पहलू की बात करे तो यदा कदा विवादित आचरण भी सामने आ रहे हैं सोसल मीडिया में बेरहमी से पिटाई करने की तस्वीरें भी तैर रही है ।गलती करने पर कार्यवाही भी की जा रही है।
पत्रकारों के साथ छुटपुट मारपीट की घटना की जानकारी भी मिल रही है।
मगर कोरिया के कोटाडोल थांने क्षेत्र ।के बेहद शर्मनाक घटना सामने आयी है ।सूत्रों के अनुसार जिस पत्रकार इश्नु यादव के साथ पुलिसकर्मी विष्णु यादव ने मारपीट की है ,वह धारा 144 का पालन ना करवाने के लिये बल्कि बदला लेने के लिये लठ्ठ भांजी।पुलिसकर्मी विष्णु यादव को लगा कि धारा 144 एक अच्छा मौका है इसी बहाने मार लिया जाय जानकारी के अनुसार पत्रकार इश्नु यादवआपसी परिवार व रिस्तेदार हैं कुछ मनमुटाव रहता था इसीलिये समय की ताक में रहे विष्णु यादव ने डंडे से मारपीट की जो वेहद गंभीर विषय है ऐसे मौकापरस्त लोग पूरे विभाग को बदनाम करते हैं जो निजी विषय को विभाग के कानून कायदे को ताक में रख देते हैं।
जबकि कोरोना त्रासदी के दौर में देश के प्रधानमंत्री व प्रदेस के मुख्यमंत्री ने सभी अधिकारियों को सुनिश्चित करने के लिये आदेश दिया है किसी प्रकार पत्रकारों से अभद्र ब्यवहार नही होना चाहिये। सप्ताह भर पूर्व कोरिया दौरे पर आये सरगुजा आईजी ने भी मीडिया से स्पस्ट कहा था कि लोगों के साथ अभद्रता व मिसबिहैव नही होना चाहिये। लेकिन वरिष्ठ अधिकारियों के संदेश के वावजूद निजी कारणों से पत्रकार के साथ मारपीट करना निंदनीय है समाचर लिखे जाने तक आईजी सरगुजा व कोरिया एसपी को मामले की जानकारी दी जा चुकी है अब देखना होगा पुलिस प्रशासन किस प्रकार एक्शन लेता है।पत्रकार संघ मामले की जानकारी राज्य सरकार में जिम्मेदार ओहदे पर बैठे लोगों को देने कि बात कह रहे हैं