उमा यादव -धरमजयगढ़। धरमजयगढ़ भाजपा में लंबे समय से गुटबाजी हावी होने का नतीजा नगरीय निकाय चुनाव में देखने को मिला। गुटबाजी करने वालों ने भाजपा को इस मुकाम तक पहुंचाया कि जीतकर भी हार गई है। धरमजयगढ़ नगर पंचायत के 15 वार्डों में 7 पर भाजपा, 6 पर कांग्रेस एवं 2 निर्दलीय प्रत्याशी ने चुनाव जीते हैं। भाजपा 7 सीट जीतने के बाद भी अध्यक्ष नहीं बना पा रहे हैं। अध्यक्ष सीट पिछड़ा वर्ग महिला के लिए आरक्षित होने के कारण कांग्रेस ने वार्ड क्रमांक 5 से डॉ. ऐनान खान एवं वार्ड क्रमांक 10 से तरूण साहू को पिछड़ा वर्ग महिला को चुनाव मैदान में उतारे थे वहीं भाजपा ने 3 वार्डों में पिछड़ा महिला प्रत्याशी चुनाव मैदान में उतारे थे लेकिन चुनाव में भाजपा के एक भी पिछड़ा महिला सीट से चुनाव नहीं जीत सके जिसके कारण तरूण साहू को र्निविरोध अध्यक्ष चुनना तय हो गया है।
भाजपा चुनाव जीतने नहीं अपने प्रत्याशी को हराने के लिए लड़ रहे थे
भाजपा में चल रहे गुटबाजी का नतीजा है कि आज धरमजयगढ़ नगर पंचायत में एक भी पिछड़ा वर्ग महिला चुनाव नहीं जीत सकी। वार्ड क्रमांक 11 के महिला प्रत्याशी उर्मिला यादव चुनाव न जीत जाये इसके लिए भाजपा के एक गुट लगे हुए थे, उर्मिला यादव चुनाव न जीत जाये इसके लिए खूब मेहनत किये हैं ये गुटबाजों ने, गुट बनाकर चुनाव किस तरह से जीतने से रोका जाये इसके लिए मेहनत कर रहे थे और इनके मेहनत का ही नतीजा है कि वार्ड क्रमांक 11 की भाजपा प्रत्याशी मात्र 6 वोट से चुनाव हार गये।
टिकट बाटने में भी भाजपा ने की गलती
धरमजयगढ़ भाजपा में गुटबाजी के कारण टिकट बटवारा भी सही तरीके से नहीं होने के कारण भी भाजपा को आज ये दिन देखने को मिल रहा है। गुटबाजी का नतीजा है कि लगातर अलग-अलग वार्डो से तीन बार जीतने वाले प्रत्याशी को टिकट न देना भी भाजपा के लिए सरदर्द बन गया है। 3 बार पार्षद रहे विजय यादव को टिकट भाजपा ने नहीं दिया जिसके कारण पार्टी से नाराज होकर निर्दलीय चुनाव लडऩे वाला विजय यादव वार्ड क्रमांक 5 से चुनाव जीत गये हैं। उपाध्यक्ष के लिए दोनों पार्टी में बहुमत नहीं है क्योंकि कांग्रेस के 6 सीट हैं तो भाजपा के पास 7, 2 सीट निर्दलीय हैं। अगर भाजपा विजय यादव को टिकट देते तो आज कम से कम नगर पंचायत में भाजपा का उपाध्यक्ष होता। गलत टिकट बाटने के कारण भाजपा को उपाध्यक्ष बनाने में भी परेशानी हो रहे हैं।