जोहार छत्तीसगढ़-धरमजयगढ़।
छत्तीसगढ़ की साय सरकार ग्रामीण क्षेत्र के अस्पताल को लेकर गंभीर नजर आ रही है, ग्रामीण क्षेत्र के मरीजों को ईलाज कि लिए परेशानी न हो इसके लिए डॉक्टरों को पदस्थ किया जा रहा है, वहीं वर्षों पुराना बायसी अस्पातल में डॉक्टर नहीं होने से लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। ग्रामीणों के बताए अनुसार बायसी अस्पताल में डॉक्टर उपस्थित नहीं होने से लोगों को परेशानी हो रहा है, अचानक किसी की तबीयत खराब होने पर मरीज को सिविल अस्पताल ले जाना पड़ता है, कभी-कभी तो सिविल अस्पातल मरीज को ले जाने में देर हो जाने से मरीज खतरे में आ जाते हैं। बायसी अस्पताल में पदस्थ डॉक्टर अगर अपने मुख्यालय में ही रहकर काम करते तो मरीजों को इतना अधिक परेशानियों का समाना नहीं करना पड़ता। सबसे ज्यादा परेशानी लोगों को तब उठाना पड़ता है जब किसी का अचानक रात में तबीयत खराब हो जाये और बायसी अस्पताल में मरीज को लाने के बाद पता चलता है कि अस्पताल में तो सिर्फ नर्स ड्यूटी कर रहे हैं, डॉक्टर अपने घर पर आराम फरमा रहे हैं। मरीज के परिजन फिर मरीज को गंभीर हालत में वाहन की व्यवस्था कर सिविल अस्पताल ले जाते हैं। खण्ड चिकित्सा अधिकारी को चाहिए कि बायसी में पदस्थ स्वास्थ्य कर्मचारियों को मुख्यालय में रहने का आदेश जारी करें ताकि ग्रामीण क्षेत्र के गरीब, आदिवासी मरीजों को सही समय पर उचित ईलाज मिल सके।