जोहार छत्तीसगढ़-पत्थलगांव।
जशपुर जिले के पत्थलगांव क्षेत्र के जशपुर रोड से रायगढ़ जाने वाली सड़क काफी जर्जर हो गई है। सड़क पर जगह-जगह बड़े-बड़े गड्ढे बन चुके हैं। अब बरसात का सीजन होने के कारण इन गड्डों में पानी भरने से दुर्घटना की आशंका भी बढ़ जाती है। सड़क की इस स्थिति से नागरिक खासे नाराज हैं। बार-बार गुहार लगाने के बावजूद भी सड़क नहीं सुधर पा रही है। जशपुर जिले में सड़कों की जाल बिछा कर विकास के दावे किए जा रहे हैं। गांव-गांव में आवागमन के लिए सड़कें बनाई जा रहीं हैं। पर देख रेख के अभाव एवं गुणवत्ता में कमी के चलते ये सड़कें समय से पहले ही जर्जर हो रही हैं और अब ये जनता के लिए परेशानी का सबब बनकर आए दिन दुर्घटना को आमंत्रित करते रहती हैं। मजबूरी में जनता उन बदहाल सड़कों पर जान जोखिम में डाल कर यात्रा करने को मजबूर हैं। खास बात तो यह है कि इन सड़कों पर विकास का वादा करने वाले जनप्रतिनिधि भी यात्रा करते हैं। पर वे भी पद में आने के बाद अपने वादे भूल जाते हैं। जशपुर रोड से रायगढ़ को जोडऩे वाली सड़क काफी इंतजार के बाद मरम्मत हुई थी। वर्तमान में इस सड़क की हालत यह है कि कई स्थानों पर सड़क है या नहीं, इसका पता ही नहीं चलता। सड़क पर बड़े-बड़े गड्ढे दुर्घटनाओं को न्योता दे रहे हैं। इस मार्ग पर दर्जनों यात्री बसें और दो पहिया, चार पहिया वाहन चलते हैं। जहां यात्री यात्रा के पहले भगवान को याद करते हैं।
वहीं अधिकारी भी सड़क की हालत से भली-भांति परिचित हैं, फिर भी निर्माण कार्य की ओर ध्यान नहीं दिया जा रहा
बार-बार मांग के बाद भी नहीं सुधरी सड़क दशा इस क्षेत्र के ग्रामीणों ने कई बार जनप्रतिनिधियों को इस सड़क के सुधार करने की मांग की। पर आज तक न तो सड़क सुधरी और न ही लोगों को राहत मिली। जिसके कारण इस क्षेत्र के ग्रामीण व्यथित हैं। सड़क की उपेक्षा से यह साबित हो जाता है कि उच्च पदों पर बैठे अधिकारी ऐसे मामलों में कितने संवेदनशील हैं। पत्थलगांव के बीच जर्जर सड़क होने से लोगों को आने-जाने में हो रही है काफी परेशानी अब परेशान और दुखी जनता कहा गुहार लगाए आप को बता दे की ऐसी पत्थलगांव विधानसभा के छत्तीसगढ़ के मुखिया सीएम साहब का भी घर है महीने में एक दो बार उनका भी दौरा होते रहता है उसके बाद भी कोई सूद लेने वाला नहीं है एक कहावत सच बहुत होते दिख रहा है अंधेर नगरी और चोपट राजा की अब देखना यह होगा कि खबर के बाद क्या सरकार इस पे ध्यान देती है या फिर भगवान भरोसे ही पत्थलगांव की स्थिति रहती है।