जोहार छत्तीसगढ़-लैलूंगा।
इन दिनों गांव के गरीब हितग्राहियों नि:शुल्क वितरण किये जाने वाली राशन वितरण में अनियमितता एवं धांधली किए जाने का मामला सामने आया है। जहां सार्वजनिक वितरण प्रणाली व्यवस्था पर सवालिया निशान लगना स्वभाविक है। दरअसल यह मामला रायगढ़ जिले के आदिवासी एवं वनांचल क्षेत्र के नाम से मशहूर विकास खण्ड लैलूंगा के ग्राम पंचायत खेड़आमा के सैकड़ों गरीब हितग्राहियों को पिछले कुछ महिने से समय पर राशन वितरण नहीं किये जाने से अत्यंत परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। आपको बता दे कि ग्राम पंचायत खेड़आमा में पोतरा के श्री कृष्ण महिला स्व सहायता के नाम पर राशन दुकान आबंटित है। जहां महिला स्व सहायता समूह के नाम से आबंटित राशन दुकान को एक पुरूष द्वारा संचालन किया जा रहा है। जबकि शासन-प्रशासन द्वारा महिलाओं कि आर्थिक स्थिती में सुधार लाने एवं स्वालम्बी बनाने के उद्देश्य से महिला सशक्तिकरण के माध्यम से महिलाओं में जागरूकता लाने का प्रयास किया जा रहा है। लेकिन ग्राम पंचायत खेड़आमा में महिला समूह के नाम से आबंटित राशन दुकान को पोतरा निवासी विशेश्वर नामक एक पुरूष ने पिछले कई सालों से राशन दुकान को संचालित कर रहा है। जिसके द्वारा कुछ माह पूर्व शासकीय राशन को वितरण करने के बजाए अफ रा तफ री कर राशन को खपा दिया गया था। जिसके कारण शासन से कम राशन दिया जा रहा। उसका भरपाई करने को लेकर गरीबों को दी जाने वाली राशन पर समायोजन कर गरीबों के पेट में डाका डालते हुए गरीब हितग्राहियों से पॉस मशीन में अंगुठा लगवा लिया जाता है। वह भी दादागिरी पूर्वक अंगुठा लगवाकर उसके हफ्ते भर बाद मन किया तो राशन का वितरण किया जाता है, और कुछ लोगों को तो डरा धमकाकर भगा देता है। उसमें भी अधिकांश लोगों को तो पंचायत भवन के पास से ही आज राशन खत्म हो गया है कहकर भगा दिया जाता है। जिसके कारण ग्राम पंचायत खेड़आमा के सैकड़ों गरीब हितग्राही भूखे पेट सोने को मजबूर है। राशन दुकान संचालक विशेश्वर का हमेशा ही यही रवैय्या रहता है। जिसके कारण गरिबों को बहुत परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। शासन-प्रशासन से गुजारिश है कि ग्राम खेड़आमा के गरीबों के पेट में डाका डालने वाले राशन दुकान संचालक के विरूद्ध उचित एवं दण्डात्मक कार्यावाही करते हुए गरीब हितग्राहियों को नि:शुल्क वितरण की जाने वाली राशन को गरीबों को आसानी से उपलबध कराया जावे। अब यह देखना होगा कि भ्रष्टाचार में संलिप्त राशन दुकान संचालक विशेश्वर के विरूद्ध कार्यवाही की जाती है या यूं ही संरक्षण दिया जाता रहेगा? यह तो आने वाले समय में ही पता चल सकेगा ।