जोहार छत्तीसगढ़- धरमजयगढ़। छत्तीसगढ़ के ज्यादातर जिलों में सड़कों की हालत बहुत खराब है। जिनका नए सिरे से निर्माण शुरू हुआ है। जिसमें लगने वाले गिट्टी के लिए शासन क्रेशर के लिए अनुमति दी है। जिसका फायदा उठाकर कई क्रेशर मालिक परियोजना से बाहर गिट्टी को बेच रहे हैं। धरमजयगढ़ से कापू मार्ग के लिए भी ठेकेदार को क्रेशर खोलने की स्वीकृति मिली है। लेकिन उक्त क्रेशर से परियोजना से बाहर गिट्टी भेजी जा रही है। वह भी शासकीय कार्यालयों के सामने से गिट्टी लोड हाइवा गुजरती है। बता दें कि एडीबी परियोजना से स्वीकृत धरमजयगढ़ से कापू तक सड़क निर्माण करने का ठेका सुनील कुमार रामदास की कंपनी को मिली है। जिसमें लगने वाले गिट्टी के लिए ग्राम पंचायत लक्ष्मीपुर के आश्रित ग्राम सेमीपाली में क्रेशर लगाया गया है। जहां से धरमजयगढ़ कापू मार्ग के लिए गिट्टी जा रही है। लेकिन उससे ज्यादा गिट्टी कहीं और भेजा जा रहा है। ऊंची पकड़ रखने वाले इस क्रेशर मालिक द्वारा सभी शर्तों को ताक पर रख दिया गया है। जहां से प्रतिदिन कई हाइवा गिट्टी बाहर जा रही है।
खनिज विभाग की मौन स्वीकृति से हो रहा गिट्टी की खरीद बिक्री
ठेकेदार सुनील राम दास के इस क्रेशर से हर दिन कई ट्रक गिट्टी बाहर भेजा जा रहा है। और इसकी खबर खनिज विभाग के अधिकारी को होने के बाद भी कोई कार्यवहीँ नहीं हो रहे हैं। हम आपको बता दे कि स्थानीय राजस्व विभाग भी अवैध कार्य पर रोक लगाने से कतरा रहे हैं। जिसका नतीजा है कि धरमजयगढ़ क्षेत्र में अवैध कार्य जोरो से चल रहा है। धरमजयगढ़ में क्रशर की अनुमति इसलिए दिया गया था ताकि सड़क निर्माण में किसी प्रकार की गिट्टी के लिए परेशानी न हो और सड़क समय पर बन जाये। परंतु ठेकेदार ने सड़क निर्माण बंद कर सालों से गिट्टी की बिक्री करने में मस्त है। धरमजयगढ़ वासियों को नए एसडीएम से उम्मीद जगी थी कि क्षेत्र में हो रहे अब अवैध गिट्टी पर रोक लगेगी लेकिन ऐसा होता दिख नहीं रह है।