मुंबई । दिव्या दत्ता हिंदी फिल्म इंडस्ट्री की एक जानी मानी अभिनेत्रियों में से एक हैं। अपनी शानदार एक्टिंग की वजह से उन्होंने नेशनल ऑवार्ड से लेकर कई ऑवार्ड अपने नाम किए हैं। उन्होंने कहा कि उन्हें विविधतापूर्ण भूमिकाएं करने में मजा आता है। दिव्या ने कहा हर फिल्म को कुछ सीखने का एक नया पड़ाव मानकर स्वीकार करती हैं। मुझे एक जैसी भूमिकाएं पसंद नहीं आतीं, हालांकि कई बार व्यावसायिक दवाब में उन्हें स्वीकार करना पड़ता है।
दिव्या ने कहा आज भी किसी प्रोजेक्ट के सेट पर पहला दिन या किसी फिल्म के रिलीज से पहले घबरा जाती हूं। दिव्या ने यह भी खुलासा किया है कि मैं उन डायरेक्टर्स के साथ काम नहीं करती जो सेट पर कहते हैं कुछ भी कर दो। दिव्या कहती हैं किसी भी एक्टर के लिए फिल्म रिलीज की तारीफ परीक्षा के परिणाम की तरह है। आपने किसी चीज पर मेहनत की है तो इसके परिणाम का इंतजार रहता है। हमारे मामले में हम अपनी फिल्म में भूमिकाओं पर काम करते हैं। मुझे यह कहने में कोई शर्म नहीं है कि आज भी मुझे फिल्म के रिलीज पर घबराहट होती है और मुझे इस घबराहट पर गर्व है।
दिव्या की हालिया रिलीज ‘शीर कोरमा’ को खूब तारीफे मिल रही है। दिव्या कहती हैं मैं ऐसे निर्देशकों के साथ काम ही नहीं करती, जो मुझे जज करते हैं। हां, मैंने पहले भी इसका अनुभव किया है जब मुझसे कहा गया था कि ‘कुछ भी कर दो’ तभी मैंने फैसला किया था। मैं उन लोगों के साथ काम करना पसंद करती हूं जो मुझे पहले की तुलना में अलग तरह से देखते हैं।
दिव्या ने कहा मैं बहुत खुशकिस्मत हूं कि मैं जिन निर्देशकों को चुनती हूं या वह मुझे चुनते हैं, वे मुझसे ऐसे किरदार करने के लिए कहते हैं, जो मैंने पहले नहीं किए होते हैं। मेरे लिए ‘बताओ क्या करना है’ के बजाय मुझे ऐसे किरदार दिए जाते हैं जिन्हें करने में मुझे भी मजा आता है।