नई दिल्ली । पंजाब के मुख्यमंत्री बनने जा रहे दलित नेता चरणजीत सिंह चन्नी कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी की पसंद हैं, जिन्होंने पार्टी के कई कद्दावर नेताओं के ऊपर उन्हें तरजीह दी। कांग्रेस सूत्रों का कहना है कि पार्टी के भीतर आमतौर पर यह सहमति बन गई थी कि अब तक की परिपाटी के तहत किसी जट सिख नेता को ही राज्य के मुख्यमंत्री की जिम्मेदारी सौंपी जाए, लेकिन राहुल गांधी ने चन्नी के नाम पर मुहर लगाई। चन्नी को विधायक दल का नेता चुने जाने की पूरी कवायद से अवगत कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता ने बताया कि राहुल गांधी हमेशा से दलित और आदिवासी समुदाय के नेताओं को आगे बढ़ाने को प्राथमिकता देते रहे हैं।
यहां भी उन्होंने चन्नी के नाम पर मुहर लगाई और एक बड़ा संदेश दिया कि राहुल गांधी और कांग्रेस पार्टी दलित समुदाय के लोगों को बड़ी से बड़ी जिम्मेदारी देना चाहते हैं। सूत्रों के अनुसार, राहुल गांधी ने शनिवार को ही चन्नी के नाम पर सैद्धांतिक सहमति दे दी थी, हालांकि इस बारे में विधायकों की राय ली गई। राहुल गांधी और कांग्रेस के इस कदम के पीछे उत्तर भारत के राज्यों खासकर उत्तर प्रदेश में एक राजनीतिक संदेश देने का भी प्रयास किया गया है, जहां अगले साल विधानसभा चुनाव होना है। कांग्रेस के एक नेता ने कहा, आज तीन राज्यों राजस्थान, छत्तीसगढ़ और पंजाब में कांग्रेस की अगुवाई वाली सरकारें हैं। इनमें से दो राज्यों राजस्थान और छत्तीसगढ़ में ओबीसी मुख्यमंत्री हैं, जबकि पंजाब में दलित मुख्यमंत्री बनने जा रहा है। हम इससे इनकार नहीं करते कि इस कदम के जरिये एक राजनीतिक संदेश भी दिया गया है।