मुंबई । बॉलीवुड एक्ट्रेस भूमि पेडनेकर को फिल्म ‘दम लगा के हईशा’ में रोल मिलने का किस्सा खासा दिलचस्प है। दरअसल, भूमि पेडनेकर ने अपने करियर की शुरूआत यशराज फिल्म्स के कास्टिंग डिवीजन से की है। एक दिन भूमि ‘दम लगा के हईशा’ के एक्ट्रेस के लिए ऑडिशन ले रहीं थीं। इस फिल्म में संध्या का रोल काफी इंटरेस्टिंग और एक मोटी लड़की का था। कास्टिंग टीम ने करीब 250 लड़कियों के ऑडिशन लिए।
एक इंटरव्यू में भूमि ने बताया कि ‘मैं कास्टिंग करती थी लेकिन कभी खुद एक्ट्रेस बनूंगी, इसका ख्याल भी नहीं आया। संध्या के रोल के लिए इतनी लड़कियों के ऑडिशन लिए लेकिन एक बार भी ऐसा नहीं लगा कि ये रोल मैं भी कर सकती हूं।’भूमि ने बताया कि ‘यशराज फिलम्स की कास्टिंग डायरेक्टर शानू शर्मा के पास जाया करती थी। उन्होंने मेरा भी ऑडिशन लिया तो मुझे भी यह रोल इतना आसान नहीं लगा। संध्या के रोल में मुझे चुनने से पहले फिल्म डायरेक्टर शरत कटारिया ने काफी सोचा। वह मुझे सिर्फ इसलिए नहीं कास्ट कर लेना चाहते थे कि मैं यशराज फिल्म्स से जुड़ी थी। वह ऐसे एक्ट्रेस को मौका देना चाहते थे जो स्क्रिप्ट को समझ सके। मुझे वाकई अपनी काबिलियत साबित करनी पड़ी। मै मुंबई में पली पढ़ी थी। मुझे 90 के दशक की महिला का रोल प्ले करना था। मेरी हिंदी शहरी एक्सेंट वाली थी। लगातार 4 महीने ऑडिशन चला था और एक दिन मुझे बताया गया कि ये रोल मुझे दिया जा रहा है। पहली फिल्म पाने से पहले 6 साल कैमरे के पीछे काम किया है।’‘दम लगा के हईशा’ जब रिलीज हुई तो भूमि पेडनेकर की जमकर क्रिटिक्स ने सराहना की।
भूमि की पहली फिल्म ही हिट हो गई। एक्ट्रेस ने ‘टॉयलेट:एक प्रेम कथा’, ‘शुभ मंगल ज्यादा सावधान’, ‘सांड की आंख’ जैसी फिल्मों में काम कर अपनी एक्टिंग का लोहा मनवाया है।बता दें कि भूमि पेडनेकर ने अपनी पहचान एक सशक्त एक्ट्रेस की बनाई है। भूमि ने अपने एक्टिंग करियर की शुरुआत फिल्म ‘दम लगा के हईशा’ से की थी। इस फिल्म में आयुष्मान खुराना के अपोजिट अपनी शानदार एक्टिंग से क्रिटिक्स का दिल जीतने में कामयाब हुईं थीं। इस फिल्म के लिए उन्हें बेस्ट डेब्यू फीमेल का फिल्मफेयर अवॉर्ड मिला था।