नई दिल्ली । बहु विवाह और हलाला को गैरकानूनी करार देने के लिए उच्चतम न्यायालय में जनहित याचिका दाखिल कर चुकी एक महिला के साथ पूर्व पति द्वारा दोस्त से हलाला कराने का प्रयास, दुष्कर्म की कोशिश और मारपीट का मामला सामने आया है। जामिया नगर निवासी महिला की शिकायत पर पुलिस ने केस दर्ज कर मामले की छानबीन शुरू कर दी है। पुलिस अधिकारी ने बताया कि पीड़िता अपने बच्चे के साथ जामिया नगर में रहती है। पुलिस को दी गई शिकायत में पीड़िता ने बताया कि आरोपी रियाजुद्दीन ने खुद को तलाकशुदा बताकर जनवरी 2012 में उससे निकाह किया था। लेकिन, निकाह के बाद पता चला कि वह तलाकशुदा नहीं है। पीड़िता के अनुसार, रियाजुद्दीन पहली पत्नी के साथ मिलकर उसे परेशान करने लगा। इस बीच पीड़िता को बेटा हुआ। वर्ष 2012 के आखिर में आरोपी ने तीन तलाक देकर पीड़िता को घर से भगा दिया, जिसके बाद से दोनों के बीच कोई संबंध नहीं रहा। पीड़िता ने बताया कि 19 अगस्त की रात रियाजुद्दीन अपने एक दोस्त के साथ उनके घर पहुंचा और कहा कि नौ साल पहले उसने पीड़िता को तीन तलाक देकर बड़ी भूल की थी। अब वह उससे दोबारा निकाह करना चाहता है। रियाजुद्दीन ने कहा कि पीड़िता उसके दोस्त के साथ हलाला कर ले तो वह उससे दोबारा निकाह कर लेगा। आरोप है कि इसका विरोध करने पर आरोपी ने पीड़िता के कपड़े फाड़ दिए और दुष्कर्म का प्रयास व मारपीट की। चीख-पुकार सुनकर पड़ोसी जुटने लगे तो दोनों आरोपी भाग गए। पीड़िता ने अपनी शिकायत में बताया है कि आरोपी रियाजुद्दीन खान एआइएमआइएम राजनीतिक दल का उत्तर प्रदेश का सचिव है। राजनीतिक पहुंच के चलते आरोपी उसे और बच्चे को जान से मारने की धमकी दे रहा है। हालांकि रियाजुद्दीन का कहना है कि वह एक सप्ताह पहले पार्टी से इस्तीफा दे चुका है। रियाजुद्दीन के अनुसार, महिला रुपये के लिए उस पर झूठे आरोप लगा रही है। वह छह माह से दिल्ली गया ही नहीं है। फिलहाल, पुलिस मामले की जांच में जुटी है।