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जहां करोड़ों रुपए का विकास किया … वहां सालों से सन्नाटा और इधर

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भोपाल । करोड़ों रुपए का विकास करने के बावजूद जहां कुछ औद्योगिक क्षेत्र निवेश करने वालों के इंतजार में सालों से आंखें बिछाए बैठे हैं तो वहीं जहां कोई भी विकास कार्य नहीं किया गया वहां लगभग 800 करोड़ का निवेश करने वाले उद्योगपति एकेवीएन से लाखों की जमीनें लेने के लिए कतार में हैं। एकेवीएन का दावा है कि सारी जमीन पर अनुमानित 3 हजार करोड़ रुपए का निवेश होगा तो वहीं सैकड़ों लोगों को रोजगार मिलेगा।
मध्यप्रदेश औद्योगिक केंद्र विकास निगम बनाम एकेवीएन इंदौर-धार रोड पर नया औद्योगिक शहर, यानी न्यू इंडस्ट्रियल एरिया बनाने जा रहा है। यह ऐसा औद्योगिक क्षेत्र है, जहां एकेवीएन बिना विकास कार्य किए ही औद्योगिक जमीनें दे रहा है। ताज्जुब की बात यह है कि कई उद्योगपति खाली पड़ी जमीनों को लेने के लिए आवेदन दे चुके हैं। 4 कंपनियों को जमीनें आवंटित की जा चुकी है। 7 कंपनियों को जमीन देने की तैयारियां चल रही हैं। ताज्जुब की बात यह है कि इसी एकेवीएन द्वारा खंडवा (रुधिभावसिंहपुरा) और हातोद (सरदारपुर) में औद्योगिक क्षेत्र बनाए गए हैं, मगर सालों बाद भी वहां निवेश करने वालों का इंतजार हो रहा है। इस वजह से एकेवीएन को लाखों का घाटा उठाना पड़ रहा है।
माचल के पास नया औद्योगिक शहर
इंदौर से लगभग 30 किलोमीटर दूर धार रोड पर माचल गांव सड़क से लगभग 600 मीटर अंदर मोहना गांव में 120 हेक्टेयर का औद्योगिक क्षेत्र बनाया जा रहा है, जहां उद्योगों के लिए उद्योगपति कई हेक्टेयर जमीनें खरीद रहे हैं। यहां की जमीन पर अभी तक कोई विकास कार्य शुरू नहीं किया गया है। अविकसित जमीन ही हाथोहाथ बिक रही है।
60 हेक्टेयर से ज्यादा जमीन लेने के 11 आवेदन आए
एकेवीएन को अभी तक 11 उद्योगपतियों के आवेदन मिल चुके हैं, जिनमें से 4 कंपनियों को जमीन दी जा चुकी है। बाकी को देने की तैयारी शुरू हो चुकी है। अभी तक जितनी कंपनियों ने आवेदन दिए हैं वह सब कई हेक्टेयर जमीनें खरीदना चाहती हैं। एक कंपनी ने तो 2 आवेदन दिए हैं। अभी तक 11 कंपनियों के आवेदन आए हैं। उनको जमीन देने के बाद आधी जमीन ही बचेगी।
800 करोड़ का निवेश सिर्फ 11 उद्योगों ने किया
मध्यप्रदेश औद्योगिक विकास केंद्र प्रबंध संचालक कार्यालय के अनुसार लगभग 60 हेक्टेयर अविकसित जमीन खरीदने के लिए जिन्होंने आवेदन दिए हैं उनमें से 4 उद्योगों को जमीनें दी जा चुकी हैं। बाकी को देने की तैयारियां चल रही हैं। आवेदन देने वाली 11 कंपनियां संयुक्त रूप से लगभग 800 करोड़ रुपए निवेश करने और लगभग 500 लोगों को रोजगार देने का करार कर चुकी हैं।
इन उद्योगों को लेना है 54 हेक्टेयर जमीन
अभी तक डीपी पोल्कर कंपनी 7 हेक्टेयर, मोहनी हेल्थ एंड हाइजीन कंपनी 10 हेक्टेयर, प्रतिभा पेकवेल कंपनी 4.555 हेक्टेयर, फ्रिस्को ओवरसीज कंपनी 12 हजार 400 हेक्टेयर, वर्थ वेलनेस कंपनी 8 हेक्टेयर, वर्थ इंडिया कंपनी 6 हेक्टेयर, एम पेड कंपनी 2.5 हेक्टेयर, जेनिथ ड्रग्स कंपनी 5 हेक्टेयर के अलावा अन्य और कंपनियां भी जमीन लेने के लिए तैयार बैठी हैं।

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