जोहार छत्तीसगढ़-नवापारा।
छाल क्षेत्र में अवैध शराब बिक्री थमने का नाम नहीं ले रहा है यहां आए दिन तो कच्ची शराब बिक्री और विदेशी शराब कोचियों पर कार्यवाही तो होती है पर अब तक ये बाज नही आ रहे हैं। यू तो शासन के गाइडलाइन अनुसार पाव में 16 पीस और बॉटल में 4 बॉटल ही शराब एक व्यक्ति को देना रहता है। पर छाल क्षेत्र के विदेशी मदिरा दुकान का बात ही कुछ निराला है जिसके वजह से क्षेत्र में मानो अवैध शराब की धार ही बह रहा है क्षेत्र में 1-2 ढाबा को छोड़कर सभी ढाबा में शराब बिक्री हो रहा है। आपको बता दे की छाल क्षेत्र कोल माइंस क्षेत्र है जिसके वजह से यहां भारी ट्रेलर वाहनों का आना जाना लगा रहता है खेदापाली धुलचौक के पास लात खुली खदान में कोयला लोड करने जा रहे वाहनों का प्रवेश द्वार है। वही धुलचौक में ठेला और ढाबो में अवैध कच्ची शराब और विदेशी शराब का बिक्री होने से यहां ट्रेलर वाहन चालक भी इसका सेवन करते हंै और हाटी से खरसिया और घरघोड़ा मार्ग में फ र्राटे भरते हैं जिससे कि आए दिन क्षेत्र में हादसे भी होते रहते हैं।
आखिर कौन देता है इतनी भारी मात्रा में विदेशी शराब ढाबा और ठेला वालों को
लगातार हो रहा जिले में अवैध शराब बिक्री पर कार्यवाही फि र भी तस्करों द्वारा अवैध शराब बिक्री थमने का नाम नहीं ले रहा है। आबकारी विभाग से ज्यादा पुलिस विभाग द्वारा अवैध शराब बिक्री पर कार्यवाही किया जा रहा है जिससे कि आबकारी विभाग पर संदेह होने जाहिर सी बात है। जब हमारे संवाददाता द्वारा इस विषय पर जानकारी जुटाना शुरू किया तो पता चला कि जितने भी अत्यधिक अवैध शराब तस्करी प्रकरण बनते हंै वो शराब दुकान से महज 200 से 300 मीटर की दूरी में ही बनते है। जिससे तो साफ जाहिर होता है कि इन तस्करों को कौन इतने ज्यादा संख्या में शराब देता है । साथ यह बात भी पता चला कि विदेशी मदिरा दुकान संचालको को शराब बिक्री बढ़ाने का दबाव भी बनाया जाता है जो कि समाज के लिए गलत है इन तस्करों के साथ उस मदिरा दुकान के जिम्मेदार कर्मचारियों पर भी कार्यवाही जरूरी है तभी जाकर अवैध शराब बिक्री पर लगाम लगाया जा सकता है ।