भोपाल । विंध्य प्रदेश की मांग उठा रहे भाजपा विधायक नारायण त्रिपाठी ने एक बार फिर बयान जारी कर शिवराज एवं मोदी सरकार को निशाने पर लिया है। त्रिपाठी ने प्रदेश में गहराते बिजली संकट एवं बिजली दरों में बढ़ोत्तरी पर सवाल उठाए हैं, वहीं डीजल-पेट्रोल महंगा होने पर मोदी सरकार की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाए हैं। त्रिपाठी ने सरकार केा चेतावनी दी है कि यदि बिजली की स्थिति नहीं सुधरी तो वे विंध्य क्षेत्र से बिजली का जमा नहीं होने देंगे।
त्रिपाठी ने आरोप लगाए कि बिजली कंपनी धंधा और व्यापार कर रही है। किसानों को बिजली नहीं मिल रही है। खंभों पर लाइन नहीं है। ऐसे में किसान बिल क्यों जमा करे। यदि यही हाल रहा तो फिर विंध्य क्षेत्र से बिजली जमा नहीं होगा। सरकार ने खाद की कीमतों में एक हजार रुपए की बढ़ोत्तरी कर दी है। किसान की हालत खराब हो गई है। देश में डीजल एवं पेट्रोल के दाम 100 पार हो गए हैं। अब स्थिति यह हो गई है कि युवा लोग 10 रुपए का पेट्रोल डलवाकर 3 किमी चल रहे हैं। इस समय किसान खुद को ठगा महसूस कर रहे हैं। हमारी सरकार को ऐसे निर्णय पर विचार करना चाहिए।
भाजपा में अलग-थलग पड़े त्रिपाठी
दरअसल नारायण त्रिपाठी अपने बयानों को लेकर विवादों में रहे हैं। पहले वे भाजपा संगठन पर भी सवाल उठा रहे चुके हैं, अब वे सरकार पर हमले बोल रहे हैं। बयानों की वजह से त्रिपाठी भाजपा में अलग-थलक कर दिए गए हैं। त्रिपाठी खुद चाहते हैं कि भाजपा उन्हें बाहर का रास्ता दिखा दे, जिससे वे विंध्य प्रदेश की मांग केा लेकर खुलकर मैदान में उतरें। हालांकि भाजपा विधानसभा में संख्या बल को देखते हुए त्रिपाठी को निष्कासित नहीं करने पर मजबूर है।