नई दिल्ली । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी केंद्रीय मंत्रिपरिषद की बैठक करने जा रहे हैं। एनडीए सरकार के दो साल पूरे होने के बाद यह मंत्रिपरिषद की पहली बैठक है, जिसमें कोरोना काल से लेकर विभिन्न मुद्दों पर सभी मंत्रियों के कामकाज की समीक्षा भी हो सकती है। संसद के आगामी मॉनसून सत्र और मंत्रिपरिषद के विस्तार व फेरबदल की संभावनाओं को देखते हुए भी यह बैठक अहम मानी जा रही है। आम तौर पर प्रधानमंत्री महीने के आखिर में मंत्रिमंडल की बैठक करते रहे हैं, लेकिन कोरोना काल में यह क्रम टूटा है। बीते एक महीने से प्रधानमंत्री ने अपने आवास पर लंबी बैठकों में कई मंत्रालयों के कामकाज की समीक्षा भी की थी।
इनमें कई मंत्रालयों ने अपने प्रस्तुतीकरण भी दिए थे। इन बैठको में भाजपा अध्यक्ष जे.पी. नड्डा भी मौजूद रहे थे। सूत्रों के अनुसार, बुधवार शाम को होने वाली मंत्रिपरिषद की बैठक डिजिटल तरीके से होगी। उन्होंने बताया कि बैठक में सड़क एवं परिवहन मंत्रालय, नागर विमानन मंत्रालय और दूरसंचार मंत्रालय के कामकाज की समीक्षा की जा सकती है। इसमें कोविड-19 संबंधी हालात पर विस्तृत चर्चा भी हो सकती है। मोदी सरकार के दो साल पूरे होने के बाद विभिन्न स्तरों पर बैठकों का दौर चल रहा है। सूत्रों का कहना है कि प्रधानमंत्री आने वाले दिनों में अहम फैसले ले सकते हैं, जिनके साथ सरकार के विभिन्न लक्ष्यों को समय पर हासिल करने के साथ आने वाले चुनावों का भी रोड मैप सामने रख सकें। इससे करीब एक हफ्ते पहले प्रधानमंत्री ने मंत्रियों एवं राज्य मंत्रियों के विभिन्न समूहों के साथ बैठकें की थीं और उनके मंत्रालयों के प्रदर्शन की समीक्षा की थी। ये बैठकें प्रधानमंत्री मोदी के आधिकारिक आवास पर हुई थीं और ज्यादातर बैठकों में भाजपा अध्यक्ष जे पी नड्डा उपस्थित रहे थे।