नई दिल्ली । पजाब कांग्रेस में कैप्टन अमरिंदर सिंह और नवजोत सिंह सिद्दधू के बीच लंबे समय से विवाद चल रहा है जो हल ही नहीं हो पा रहा। दोनों नेताओं के बीच चल रहे टकराव के बीच नवजोत सिंह सिद्धू सोमवार को दिल्ली के लिए रवाना हुए और मंगलवार तो वह राजधानी दिल्ली में राहुल गांधी और प्रियंका गांधी से मुलाकात करेंगे। कांग्रेस की पंजाब इकाई में चल रहे इस संकट से निपटने के लिए कांग्रेस ने अपने प्रयास तेज कर दिए हैं। माना जा रहा है कि पंजाब कांग्रेस में मचे घमासान को खत्म करने की दिशा में सिद्धू राहुल और प्रियंका से बातचीत करेंगे। इससे पहले कैप्टन अमरिंदर सिंह को भी दूसरी बार कांग्रेस आलाकमान ने बातचीत के लिए बुलाया था बता दें कि देश में पंजाब सहित पांच राज्यों में अगले साल विधानसभा चुनाव होने हैं और इस महीने की शुरुआत में तीन सदस्यीय कमेटी के साथ बैठक के दौरान कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने साफ कर दिया था कि नवजोत सिंह सिद्धू को न तो उपमुख्यमंत्री के रूप में स्वीकार किया जाएगा और न ही प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष के रूप में। पंजाब कांग्रेस में चल रहे संकट को हल करने के लिए कांग्रेस ने आलाकमान ने अपनी कोशिशें तेज कर दी हैं। बीते दिनों में राहुल गांधी पंजाब के कई नेताओं से मुलाकात कर चुके हैं जिनमें विजेंद्र, राणा गुरजीत सिंह, ढिल्लो और विधायक लखवीर सिंह शामिल हैं । कैप्टन अमरिंदर सिंह और नवजोत सिंह सिद्ध पिछले कई समय से एक-दूसरे पर वार करते आ रहे हैं। इससे पहले सीएम तीन दिनों के लिए दिल्ली गए थे जहां कांग्रेस के पैनल ने उनसे मुलाकात की थी। पंजाब कांग्रेस विधायक नवजोत सिंह सिद्धू ने साल 2019 में पंजाब कैबिनेट से अपना इस्तीफा दे दिया था। मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने सिद्धू से स्थानीय निकाय विभाग छीनकर बिजली विभाग दे दिया था। इसी बात से खफा सिद्धू ने दूसरे विभाग का कामकाज नहीं संभालने से इनकार कर दिया और बाद में अपना इस्तीफा भेज दिया था। वर्तमान में समय में सिद्धू कोटकपूरा गोलीकांड और बेअदबी की घटना को लेकर पंजाब सरकार पर लगातार हमले कर रहे हैं।