नई दिल्ली । भाजपा के खिलाफ तीसरे मोर्चे के गठन की अटकलों के बीच चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने अगले लोकसभा चुनाव में किसी तीसरे या चौथे फ्रंट द्वारा बीजेपी को हराने की संभावना को खारिज कर दिया है। प्रशांत किशोर ने कहा कि उन्हें ऐसा नहीं लगता कि तीसरा या चौथा मोर्चा सफलतापूर्वी बीजेपी को चुनौती दे सकेगा। बता दें कि सोमवार को प्रशांत किशोर एनसीपी चीफ शरद पवार से मिले। यह मुलाकात इसलिए भी अहम मानी जा रही है क्योंकि बीते 10 दिनों में दोनों की यह दूसरी मीटिंग थी। प्रशांत किशोर ने कहा कि तीसरा मोर्चा ‘जांचा-परखा’ हुआ है और यह मौजूदा राजनातिक परिदृश्य में फिट नहीं बैठता। माना जा रहा है कि प्रशांत किशोर और एनसीपी चीफ शरद पवार की मुलाकात के पीछे तीसरा मोर्चा ही है। अगले लोकसभा चुनाव में सभी विपक्षी दल एकसाथ मिलकर बीजेपी के खिलाफ लड़ सकते हैं, जिसकी अगुवाई शरद पवार कर सकते हैं। हालांकि, प्रशांत किशोर ने ऐसी अटकलों को भी खारिज किया। प्रशांत किशोर ने बीती 11 जून को शरद पवार से उनके मुंबई आवास पर मुलाकात की थी।
उस समय दोनों की बातचीत 3 घंटे लंबी चली थी। हालांकि, इन मुलाकातों पर प्रशांत किशोर ने कहा कि दोनों लोग एक-दूसरे को बेहतर से जानने के लिए मिल रहे हैं। इससे पहले कभी दोनों ने इतनी करीबी से काम नहीं किया है। किशोर ने कहा कि मुलाकातों के दौरान दोनों ने गहन राजनीतिक चर्चा की, जैसे हर राज्य में बीजेपी के खिलाफ लड़ने की संभावनओं पर बात करना। हालांकि, उन्होंने कहा कि बातचीत में फिलहाल तीसरा मोर्चा शामिल नहीं है। प्रशांत किशोर ने बंगाल चुनाव में टीएमसी के साथ मिलकर काम किया था। टीएमसी की भारी जीत के बाद प्रशांत ने कहा था ममता की जीत ने सभी विपक्षी पार्टियों को यह संदेश दिया है कि वे भी बीजेपी के खिलाफ खड़े होकर उसे टक्कर दे सकते हैं। प्रशांत किशोर ने कहा कि पार्टी को यह समझना चाहिए कि उसके अंदर दिक्कत है और उसको दूर करने के लिए कुछ करना चाहिए। बता दें कि प्रशांत किशोर से मिलने के बाद शरद पवार ने सभी विपक्षी दलों की बैठक बुलाई है। बैठक में तृणमूल कांग्रेस, राष्ट्रीय जनता दल और आम आदमी पार्टी सहित कई अन्य पार्टियों के नेताओं को भी आमंत्रित किया है।