नई दिल्ली । कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने ट्वीट कर कहा कि कोरोना संकट के बीच जनता की आशा थी सरकार उन्हें राहत देगी, लेकिन सरकार उनके लिए ‘आहत योजना’ लेकर आई है। 2021 में 52 बार पेट्रोल-डीजल के दाम बढ़ चुके हैं। सरसों का तेल, रिफाइंड, अरहर, मूंग दाल व चीनी के दामों में आग लगी हुई है। जनता अपना पेट काट रही है, मोदी सरकार जेब काट रही है। वही प्रो.गौरव वल्लभ ने कहा कि 2014 में जो एक्साइज ड्यूटी प्रति लीटर पेट्रोल पर 9.20 रुपये थी 32.90 रुपये है। सरकार से जब सवाल पूछा जाता है, तो उत्तर मिलता है, कि डायनेमिक प्राइसिंग है। अगर डायनेमिक प्राइसिंग होती तो जब 5 राज्यों के चुनाव थे अभी ढाई-तीन महीने पहले उस दौरान अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमत 720 रु प्रति बैरल बढ़ी। उस दौरान कच्चे तेल की कीमत 720 रुपये प्रति बैरल बढ़ी और उस दौरान पेट्रोल और डीजल की कीमतें बढ़ी नहीं, उल्टी कम हो गई।