नई दिल्ली । कांग्रेस सांसद शशि थरूर की अध्यक्षता वाली सूचना और प्रौद्योगिकी पर संसदीय स्थायी समिति फेसबुक के अधिकारियों को नागरिकों के अधिकारों को बनाए रखने और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के दुरुपयोग को रोकने के लिए कंपनी की नीतियों की जांच कराते समय “व्यक्तिगत रूप से” पेश होने का निर्देश दिया है। फेसबुक के अधिकारियों ने वर्चुअल पेश होने की अनुमति मांगी थी।
फेसबुक के प्रतिनिधि कंपनी की कोविड का हवाला देते हुए व्यक्तिगत रूप से पेश होने को तैयार नहीं थे। हालांकि, संसदीय पैनल के अध्यक्ष थरूर ने “व्यक्तिगत रूप से” पेश होने पर जोर दिया क्योंकि संसदीय नियम आभासी बैठकों के पक्ष में नहीं हैं।
थरूर ने कहा कि यदि आवश्यक हो तो संसद सचिवालय फेसबुक के अधिकारियों के टीकाकरण की व्यवस्था कर सकता है।
इससे पहले पैनल ने शुक्रवार को ट्विटर के अधिकारियों से सोशल मीडिया के लिए नए नियमों को पूरी तरह से लागू नहीं करने सहित अन्य मुद्दों पर 90 मिनट से अधिक समय तक पूछताछ की थी। सूचना और प्रौद्योगिकी पर संसदीय स्थायी समिति अब इस तरह की इन-पर्सन मीटिंग के लिए गूगल, यू ट्यूब और अन्य बड़ी कंपनियों को भी बुलाएगी ।