बिलासपुर । कानन पेंडारी स्थित मिनी जु और जूलोजिकल पार्क में एक बायसन की संदिग्ध परिस्थिति मौत हो गई है। वहां के डॉक्टरों का कहना है कि बायसन की मौत हार्ट अटैक से हुई है। लेकिन सवाल ये उठता है कि घासफूस खाने वाले वन्यप्राणी की मौत भी हार्ट अटैक हो सकती है ?
कानन पेंडारी में एक नर बायसन की मौत हो गई है। एक बार फिर जूलॉजिकल पार्क के भीतर बायसन की मौत कानन प्रबंधन द्वारा वन्य प्राणियों की देखरेख को लेकर सवाल उठ रहे है। मिली जानकारी के अनुसार बायसन की मौत सुबह हो चुकी थी लेकिन वन विभाग के अधिकारी इसको गोपनीय रखा। जब पशु चिकित्सक पोस्टमार्टम कर लिए और बायसन के शव को दफना दिया गया इसके बाद मौत की जानकारों सार्वजनिक की गई। पीएम के बाद डॉक्टरों ने उसकी मौत कार्डियो रेस्पेटरी फेलियर से होना बता रहे है। अब सवाल ये उठ रहा है कि घासफूस खाने वाले वन्य प्राणियों की मौत भी कार्डियो रेस्पेटरी फेलियर से हो सकती है ? क्योंकि अभी तक डॉक्टर यही बताते रहे है कि हार्ट अटैक फैटी, ऑयली, मसालेदार खाना खाने और धूम्रपान करने, शराब का सेवन करने से होता है। जानकारी के अनुसार कानन के बायसन को ऐसी कोई चीज खाने के लिए नही दी जा रही थी।कुल मिलाकर बायसन वीरू की संदेहास्पद मौत कई तरह का सवाल खड़ा कर रही है। मिनी जु के अधिकारियों की माने तो मृत बायसन की उम्र करीब 4 वर्ष 4 माह के आसपास बताई जा रही है। बायसन की यह उम्र बुढ़ापे की श्रेणी में भी नहीं आता।