नई दिल्ली । लोकजनशक्ति पार्टी में घट रही राजनीतिक गतिविधियों पर भाजपा के वरिष्ठ नेता व उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद ने कहा है कि लोजपा टूटी नहीं है। केवल संसदीय दल के नेता का परिवर्तन हुआ है। सांसदों ने बहुमत से पशुपति कुमार पारस को नेता चुना है। वैसे यह लोजपा का अंदरूनी मामला है। पत्रकारों से अनौपचारिक बातचीत में उपमुख्यमंत्री ने जदयू नेताओं की ओर से किए गए प्रयास के बाद लोजपा में हुए इस राजनीतिक घटनाक्रम पर टिप्पणी करने से परहेज किया।
कहा कि लोजपा सांसदों ने एक निर्णय लिया है। पशुपति पारस लोजपा के वरिष्ठ नेता हैं। वे क्या निर्णय लेते हैं, इस पर भाजपा का राष्ट्रीय नेतृत्व उचित समय पर सही निर्णय लेगा। हकीकत है कि विस चुनाव में लोजपा अलग चुनाव लड़ी थी। एनडीए में चार घटक दलों ने मिलकर चुनाव लड़ा और जीत हासिल हुई। अलग चुनाव लड़ने वाली लोजपा को विधायी परिणति के रूप में खामियाजा भुगतना पड़ा। उसके एक विधायक जीते और वह भी जदयू में चले गए। अगर वे साथ लड़ते तो एनडीए के साथ लोजपा को भी लाभ होता। अभी बिहार में लोजपा एनडीए का हिस्सा नहीं है।