मुंबई । क्रिकेट फैंस के मन में अक्सर सवाल आता होगा कि आक्रामक बल्लेबाज और मैदान पर मजबूती से घंटों खड़े रहकर विपक्षी गेंदबाजों को छकाने में माहिर बल्लेबाज की निजी जिंदगी में क्या अंतर होगा। इसका जवाब कोच से बेहतर कोई नहीं दे सकता। भारतीय टीम के बैटिंग कोच विक्रम राठौड़ ने इसबारे में आक्रामक विकेटकीपर ऋषभ पंत और टीम इंडिया के बेजोड़ बल्लेबाज चेतेश्वर पुजारा की बात की। उन्होंने पुजारा के बारे में कहा, वह काफी समर्पित हैं, काफी जज्बे वाले हैं और बहुत अनुशासित हैं। वह अपने निजी जीवन में भी सामान्य तौर पर इसतरह के ही हैं। उनका काफी कड़ा रूटीन है और वह उसका सख्ती से पालन भी करते हैं। दूसरी ओर, आपकी टीम में पंत हैं। जो निडर हैं, बहुत मजा करना चाहते हैं, उन्हें अपने चांस लेना पसंद है। शुरुआत से ही गेंदबाज पर हावी होना उन्हें पसंद है। और वह अपने निजी जीवन में भी इसतरह के ही हैं।
विक्रम ने कहा, अब कोई टीम में सभी 11 खिलाड़ी पुजारा या सभी 11 खिलाड़ी पंत जैसे नहीं रख सकती, सही बात है न? जीत का सही तालमेल बैठान के लिए पंत और पुजारा का सही तालमेल होना जरूरी है। उन्हें उनका स्वाभाविक रूप बनाए रखने में मदद करनी चाहिए। पुजारा की शैली पर उन्होंने कहा, मेरे लिए चुनौती यह है कि क्या मैं पुजारा को अपने तरकश में एक और शॉट जोड़ने के लिए मना सकता हूं। क्या मैं उन्हें मना सकता हूं कि जब परिस्थितियां मांग करें तो मैं उन्हें अधिक आक्रामक होने को मना सकूं? और क्या मैं पंत से पुजारा से कुछ सीखने के लिए मना सकता हूं। क्या मैं उन्हें समझा सकता हूं कि जब परिस्थिति ऐसी हो तो आक्रामक होने से पहले कुछ गेंदें आराम से खेल लें।