कोरबा ब्रांडेड कंपनी ऊषा के नाम से नकली सिलाई मशीन बेचने के मामले में पुलिस द्वारा कराई गई सूक्ष्म जांच और कंपनी के तकनीकी विशेषज्ञ के परीक्षण में सिलाई मशीनें ओरिजनल पाई गईं। पुलिस ने प्रकरण में खारिजी डालते हुए जप्त सिलाई मशीनों की वापसी कर दी है।
ज्ञात हो कि ऊषा इंटरनेशनल कंपनी के द्वारा अपने उत्पादों के नकली प्रोडक्ट की जांच, सर्वे एवं नकली प्रोडक्ट बेचने वालों के विरुद्ध कार्रवाई करने के लिए इन्वेस्टिगेशन आफीसर नियुक्त किया गया है। दिलीप कुमार ब्रांड एडी एण्ड रिस्क मैनेजमेंट प्राइवेट लिमिटेड कंपनी में बतौर सीनियर इन्वेस्टिगेशन ऑफीसर के द्वारा ऊषा इंटरनेशनल के उत्पादों की जांच हेतु अधिकृत बताकर कोरबा शहर में ऊषा कंपनी के उत्पादों की गोपनीय जांच की गई। मेसर्स चोपड़ा स्टोर्स एवं राजू सिलाई मशीन पावर हाउस रोड के द्वारा ऊषा कंपनी के नकली सिलाई मशीन की बिक्री होना बताकर दिलीप कुमार पिता साहब प्रसाद निवासी 12 एन साकेत नगर रुस्तमपुर मोड़ गोरखपुर उत्तर प्रदेश ने ऊषा कंपनी के नाम से नकली सिलाई मशीन बेचने वाले पावर हाऊस रोड के चोपड़ा स्टोर व राजू सिलाई मशीन के विरुद्ध पुलिस अधीक्षक से लिखित शिकायत की थी। 21 दिसंबर 2020 को कोतवाली पुलिस ने कॉपीराइट एक्ट (संशोधित) 1957 की धारा 63 के तहत मेसर्स चोपड़ा स्टोर एवं राजू सिलाई मशीन के संचालक के खिलाफ अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना प्रारंभ की।
तत्कालीन कोतवाली टीआई दुर्गेश शर्मा ने इस मामले की सूक्ष्म जांच प्रारंभ करते हुए उषा इंटरनेशनल के लीगल वाइस प्रेसीडेंट से पत्राचार कर जप्त मशीनों की जांच कराने के लिए कहा। इसके उपरांत लीगल मैनेजर राजेश कुमार सिंह हरियाणा व टेक्नीशियन विजय गोखले रायपुर को जांच के लिए उषा कंपनी द्वारा भेजा गया। कोतवाली पुलिस ने न्यायालय से इन मशीनों के परीक्षण की अनुमति प्राप्त की और सिलाई मशीनों का परीक्षण किया गया। इसके पश्चात 25 मार्च 2021 को उषा कंपनी के अधिवक्ता अचल चौबे बंद लिफाफे में जांच रिपोर्ट लेकर कोतवाली पहुंचे। इस रिपोर्ट के मुताबिक जप्त सभी सिलाई मशीन ओरिजनल हैं और किसी तरह की मिलावट या नकली नहीं हैं। उपरोक्त तकनीकी जांच की रिपोर्ट को आगे बढ़ाते हुए पुलिस अधीक्षक अभिषेक मीणा के मार्गदर्शन में प्रकरण को खारिजी में डाल दिया गया। कोरबा से दुर्ग के लिए रिलीव होने से पहले टीआई दुर्गेश शर्मा ने जप्त किए गए कुल 18 सिलाई मशीनों को चोपड़ा स्टोर्स के संचालक शिव कुमार चोपड़ा एवं राजू सिलाई के संचालक राजकुमार साव के सुपुर्द किया।
*संचालकों ने जताया आभार
संचालक शिव कुमार चोपड़ा व राजकुमार साव ने मामले की नीर-क्षीर विवेचना के लिए कोतवाली टीआई दुर्गेश शर्मा और पुलिस अधिकारियों के प्रति आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि जीवन में यह पहला मौका रहा जब इस तरह का आरोप व्यवसाय को लेकर लगा जिससे वे काफी आहत भी हुए। पुलिस की सूक्ष्म विवेचना के कारण और उषा कंपनी के अधिकारियों द्वारा सही जांच कराए जाने से उन पर नकली सामान बेचने का लगा यह कलंक धुल गया है।
*पाली में 3 व्यवसायियों को मिली राहत
कोरबा की तरह ही पाली क्षेत्र में भी ऊषा ब्रांड के नाम से नकली सिलाई मशीन की बिक्री के आरोप में दीपक कुमार राय की रिपोर्ट पर कृष्णा एजेंसी बस स्टैंड एवं ओम इलेक्ट्रिक एंड एसी पुराना बस स्टैंड के पास तथा अखंड इलेक्ट्रिकल शिव मंदिर रोड पाली के संचालक क्रमश: नंदकुमार डिक्सेना, अशोक कुमार जायसवाल व बिहारी राम पर जुर्म दर्ज कर विवेचना शुरू की गई। टीआई लीलाधर राठौर ने बताया कि ऊषा इंटरनेशनल के तकनीकी विशेषज्ञों से जांच उपरांत सभी मशीन ओरिजनल पाए गए हैं। मामले को खारिजी में डाला गया है। सामान सुपुर्दगी के लिए अनुमति व न्यायालय से खारिजी की प्रक्रिया जारी है।