देवरिया। उत्तर प्रदेश के देवरिया जिले में बरहज तहसील के बारा दीक्षित गांव में 20 दिन के भीतर 15 लोगों की मौत से दहशत है। मरने वाले इन सभी ग्रामीणों को बुखार, खांसी और सांस फूलने की समस्या थी। किसी ने अस्पताल में इलाज के दौरान दम तोड़ा, तो किसी ने ऑक्सीजन के आभाव में। ग्राम प्रधान की मानें तो तीन शव तो पीपीई किट में एंबुलेंस से गांव में आए थे। मृतकों में 50 से 70 वर्ष के लोग भी हैं और कुछ 30 से 50 के बीच के भी।
ग्राम प्रधान के मुताबिक उनके चाचा की भी सांस फूलने की वजह से मौत हुई है। ग्राम प्रधान ने बताया कि इतनी मौतों के बाद भी स्वास्थ्य विभाग का कोई कर्मी न टेस्ट करने आया और न हीं जानकारी लेने की आखिर किन वजहों से यह मौतें हो रही हैं। एक और मृतक नारायण प्रजापति के भतीजे का कहना है कि वह अपने बड़े पिताजी को जिला अस्पताल ले गए, ऑक्सिजन नहीं मिली, घर लेकर वापस आए फिर एक घंटे के अंदर उनकी मौत हो गई। वहीं सदानन्द का कहना था कि अस्पताल में उसकी मां लाची देवी ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। कमोबेश यही हाल सभी मृतकों का रहा है। कुछ मृतकों के नाम लाची देवी, राम प्यारे दीक्षित, चंद्रमोहन दीक्षित, बुद्धि सागर शुक्ला, अशोक, अनिल, सुभाष सोनकर, नारायण, राम विश्वास, अभिमन्यु गुप्ता, शिवचन हैं। मृतकों में 50 से 70 वर्ष और कुछ की उम्र 35 से 50 के बीच है। ग्राम प्रधान सर्वेश कुमार दीक्षित ने बताया कि पूरे गांव में भय का माहौल है। ग्राम प्रधान ने मांग की है कि इन मौतों का कारण स्पष्ट किया जाए, साथ ही गांव में टेस्ट की व्यवस्था भी की जाए।